Rewari: तीन माह से मानदेय के लिए भटक रही है आशावर्कर

रेवाडी: सुनील चौहान। श्रमिक संगठन एआई यूटीयूसी के हरियाणा राज्य प्रधान कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार से मांग की है कि कॉविड महामारी के कारण दुखदाई मौतों का जारी सिलसिला रोकने के लिए कारगर कदम उठाने की जरूरत है, वही लॉकडाउन के चलते गांव एवं शहर के गरीब परिवार जो हर रोज मेहनत मजदूरी करके अपना गुजर बसर करते थे, उनके लिए रोजी रोटी का गंभीर संकट पैदा हो गया है। सबसे अहम बात यह है कि आशा वर्करो को तीन माह से मानेदय नहीं मिला है।
उन्होंन कहा कि देश में कुल मजदूरों की संख्या का 91 प्रतिशत असंगठित क्षेत्र के मजदूर है जो गरीबी की रेखा के नीचे हैं। प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाने वाले नागरिकों का खर्चा सरकार वहन करें। कोरोना महामारी में दिन रात काम करने वाली आशा कार्यकर्ता समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति सरकार अपना उदासीन रवैया छोड़कर उनकी जायज मांगों की तरफ ध्यान दें। कामरेड सिंह ने कहा दुख की बात है की आशा कर्मियों को ₹4000 प्रतिमाह मानदेय कई महीनों से नहीं मिला है। एआई यू टी यूसी मांग करती है की तमाम स्वास्थ्य कर्मियों समेत आशा कर्मियों का 50 लाख रुपए का फ्री मैं इंश्योरेंस किया जाए एवं कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन योद्धा होने के नाते लगातार तीन महीने तक ₹15000 अतिरिक्त इंसेंटिव दिया जाए और उन्हें बचाव के तमाम उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं। सरकार ने जायज मांगों को अनसुना, अनदेखा किया तो श्रमिक संगठन एआईयूटी यूसी आंदोलन संगठित करने के लिए मजबूर होगी।