Rewari: ऐसी क्या मजबूरी, गांव में नहीं करवाए एक भी सैंपल

कोसली: सुनील चौहान। जिला प्रशासन द्वारा संक्रमण की चेन तोड़ने को ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे कराया जा रहा है। टीमें गांव-गांव पहुंचकर सर्वे कार्य कर रही हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नाहड़ के अंतर्गत टूमना व भूरथला में टीम डॉ. सचिन की अगुवाई में सैंपलिंग के लिए गई थी, लेकिन ग्रामीणों ने सैंपल ही नहीं दिए। आखिरकार टीम को पूरे दिन बिना सैंपल लिए ही बैंरग लौटना पडा

अस्पताल में जबरन डालने का भय:
टूमना गांव में तो कोरोना की पहली लहर में भी कम सैंपल दिए गए थे। इस बार कोरोन केस बढ रहे है। टीम दिनभर गांव में सैंपल लेने व जांच के लिए घूमती रही। डोर टू डोर जाकर भी लोगों को सैंपलिंग करवाने की बात की, लेकिन ग्रमीण जांच से बच रहे हैं। कुछ ग्रामीणों को चिंता है कि जांच के बाद बिना कारण के ही कोरोना बता देंगे या फिर संक्रमित मिलने पर उसे अस्पताल में डाल दिया जाएगा। जबकि ग्रामीणों को समझाया गया है कि तबीयत खराब होने पर ही अस्पताल में उपचार दिया जाता है।

दोनों गांवों में आ चुके 36 केस, 8 अब भी सक्रिय:
ऐसा नहीं है कि टूमना और भुरथला कोरोना मुक्त गांव हैं। यहां केस आते रहे हैं। दोनों गांवो में अप्रैल और मई में अब तक कुल करीब 36 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से अकेले टूमना में ही 21 केस मिले हैं। इनमें से अब भी 4 सक्रिय केस हैं। इतने ही सक्रिय मरीज भुरथला में भी हैं। टूमना में पिछले दिनों कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।