रेल गार्ड अब असिस्टेंट पेसेंजर ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे
रेवाडी: रेल गार्ड का पदनाम बदलने को लेकर ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन (एआईआरएफ) एवं नॉर्थ वैस्र्टन रेलवे एम्पलाइज यूनियन (एनडब्ल्युआरइयू) की पिछले दस सालों से चली आ रही मांग के पूरा होकर पदनाम रेल मैनेजर किए जाने का एनडब्ल्युआरइयू के सहायक मंडल मंत्री का. देवेंद्र सिंह यादव ने जोरदार स्वागत करते हुए जहां केंद्र सरकार व रेल मंत्रालय का आभार जताया है, वहीं इसे संगठन की जीत करार दिया है।
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नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के सहायक मंडल मंत्री का. देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा तथा सहायक महामंत्री मुकेश माथुर तथा एनडब्ल्युआरइयू के मंडल सचिव एवं जोनल अध्यक्ष अनिल व्यास के नेतृत्व में करीब दस साल से लड़ी गई लड़ाई को सरकार ने अब मंजूरी दे दी है। रेलवे की ओर से जारी आदेशों के अनुसार असिस्टेंट गार्ड अब असिस्टेंट पेसेंजर ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे। गुड्स गार्ड यानि मालगाडी के कार्ड अब गुड्स ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे तथा सीनियर गुड्स गार्ड सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर तथा सीनियर पैसेंजर गार्ड अब सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे। मेल-एक्सप्रेस गार्ड मेल-एक्सप्रेस ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे।
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उन्होंने बताया कि बोर्ड द्वारा गुड्स व पैसेंजर गार्ड के पद नाम बदले गए हैं। उनका पे लेवल, नियुक्ति की प्रक्रिया, मौजूद जिम्मेवारियां और दायित्व और उन्हें मिलने वाली पदोन्नति में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने सरकार के इन आदेशों पर खुशी जताते हुए कहा कि यूनियन का लंबा संघर्ष अब रंग लेकर आया है। जिसके चलते सभी रेलवे गार्ड में खुशी का माहौल है। का. देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि एनडब्ल्युआरइयू के जनरल सैक्ट्री जेपी चौबे ने जो सपना हम लोगों के लिए देखा था, वो आखिरकार आज पूरा हो गया। वो आज बेशक हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके संघर्ष को यूनियन सदैव याद रखेगा। हमें अपनी यूनियन व नेताओं पर सदैव गर्व रहेगा