हरियाणा: अधिकारियों की लापरवाही के चलते ग्रेप की धजि्जयां उडाई जा रही है। लापरवाही के कारण पूरा शहर कचरे के ढेर पर बसा है। जिले में सड़क के किनारे जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे दिखाई देते हैं। इसे उठाने के बजाय इनको आग के हवाले किया जा रहा है, जिससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है।DG का तोहफा: हरियणा पुलिसकर्मियों के बच्चों को मिलेगी नौकरी, जानिए कैसे
रोज जल रहा कूडा, अधिकारी मौन
धुंए और हानिकारक गैसें वातावरण में फैल रही हैं। वहीं औद्योगिक क्षेत्रों में चिमनियां धुआं उगल रही हैं, इससे प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। सडको पर धूल उड रही है। ग्रेप के नियमों की पालना ही नहीं जा रही है।
एक्यूआई 50 तक अच्छा
51 से 100 संतोषजनक
101 से 200 मध्यम
201 से 300 खराब
301 से 400 ज्यादा खराब
रोज बढ रहा है एक्यूआई
जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के आंकड़ों को देखा जाए तो शुक्रवार को पीएम 2.5 सर्वाधिक 313 के आंकड़े को छू रहा है। यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ जाएगा। शहर और आसपास के क्षेत्रों में बिना पंजीकरण ही निर्माण कार्य चल रहा है। यहां ग्रैप के पहले चरण के नियम लागू नहीं हो रहे।Haryana: अतिथि अध्यापकों को मनोहर तोहफा: आश्रितों को मिलेगा 58 वर्ष तक पूरा वेतन
1 अक्तूबर से रेवाड़ी में ग्रैप लागू
बता दे कि ग्रैप 1 अक्तूबर से लागू हो चुका है। इस दौरान आपातकालीन स्थिति में डीजल जनरेटर का उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह खुले स्थान पर निर्माण सामग्री नहीं रख सकेंगे और खुले स्थान पर कचरा जलाने या आग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा वाहन से धुआं निकलता दिखाई दिया तो जुर्माना लगाया जा सकता है।