हरियाणा की किसी समय राजनीति में ऐसा समय था। जब लाल परिवारों की राजनीति में तूती बोलती थी। देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल राजनीति के ये तीनों लाल अपने-अपने समय में हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। इनता ही इनका अपना दबदबा भी रहा। यहीं तीनों साल अब भाजपा में शामिल होने से चारो ओर चर्चा का विषय बना हुआ है।
तीनो लाल भाजपा में शामिल
हरियाणा की राजनीति में अब पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ही राजनीति के चाणक्य और पीएचडी माने जाने लगे हैं। पहले यह डिग्री पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पास हुआ करती थी।
हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने नेतृत्व में तीनों ‘लाल परिवार’ को भाजपा के झंडे के नीचे लाने में सफलता पाई। यह कदम राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय लिख रहा है और मनोहर लाल की कुशल रणनीति का प्रमाण है।
किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी को भाजपा में शामिल कराने के बाद मनोहर लाल ने कहा कि उनका शरीर भले ही कांग्रेस में रहा हो लेकिन मन हमेशा भाजपा में ही रहा है।
भाजपा हुई मजबूत: हरियाणा में राजनीतिक रूप से प्रभावशाली माने जाने वाले तीन ‘लाल परिवार’ – देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल के परिवार के भाजपा में सम्मिलित होने से पार्टी की स्थिति और मजबूत हो गई है। इन परिवारों का भाजपा में आना पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और राज्य में पार्टी की पकड़ को और भी मजबूत करता है।
अगले चुनावों का प्रभाव: आगामी चुनावों में इस कदम का क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। मनोहर लाल खट्टर की इस रणनीति से भाजपा को निश्चित रूप से फायदा होगा और पार्टी को एक मजबूत स्थिति में लाने में मदद मिलेगी। हरियाणा की राजनीति में यह एक बड़ा परिवर्तन है और इसके परिणामस्वरूप राज्य की राजनीतिक गतिशीलता में बदलाव आ सकता है।
इस प्रकार, हरियाणा में मनोहर लाल का कमाल भाजपा के झंडे के नीचे तीनों ‘लाल परिवार’ को लाने में सफल रहा है, जो निस्संदेह राज्य की राजनीति को एक नई दिशा देगा।