रेवाड़ी: दो राज्यों हरियाणा व राजस्थान सीमा के पास बसे धारूहेड़ा में भिवाड़ी के रास्ते राजस्थान से आ रहा पानी रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले को लेकर न जाने कितनी बैठके हो चुकी, यहां तक कि राजस्थान के संबंधित विभाग पर दो एफआईआर तक दर्ज हो चुकी।किसानों की हुई बल्ले बल्ले: शाह ने जारी किया नई सहकारी संस्था NCOL का ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ ब्रांड
झील बनी अलवर बाइपास: अलवर बाइपास पर हो रहे जलभराव को लेकर वाहन चालकों ने रूट बदल लिया है। अनेक वाहन पानी में फंस कर खराब हो चुके हैं। सड़कों पर गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इन गड्ढों को दुरस्त करने की मांग भी की जा रही थी। इतना ही नहीं हरियाणा की सीमा मे बनाया गया अवरोधक भी धीरे धीेर टूटने लगा है।
राजनेतिक अखाडा बना पानी: भिवाडी प्रशासन पानी को लेकर बिलकुल गंभीर नही है। बारिश हो या नहीं अलवर बाइपास पानी सूखने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री जहां इस पानी के बीच उतरकर समस्या को देख चुके हैं, वहीं रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव इस मामले को विधानसभा में उठा चुके हैं। इसके बावजूद समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है।
हालांकि एफआईआर दर्ज होने के बाद राजस्थान सरकार ने दावा किया था कि वे हरियाणा में पानी नहीं छोड़ेंगे और वे इस पानी को अपनी सीमा में रोकेंगे। जिसके बाद राजस्थान सरकार ने इस पर काम भी शुरू कर दिया था और धारूहेड़ावासियों को गंदे पानी से छुटकारा भी मिलना शुरू हो गया था। लेकिन कई महीनो से अलवर बाइपास पर जमा पानी भिवाडी प्रशासन की पोल खोल रहा है।Haryana: Murder case में गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ पपला बरी, नारनोल पुलिस की हुई किरकरी
टूटने लगा है अवरोधक: पानी को हरियाणा के धारूहेड़ा में जाने से रोकनेे के लिए बनाया गया अवरोधक लगातर जलभराव से अब टूटने लगा है। कई जगह से टाइल निकलने से अब अवरोधक टूटने के कगार है। अगर समय रहते इसकी मरम्मत नही हुई तो एक दिन यह पानी में ही बह जाएगा।Haryana: Murder case में गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ पपला बरी, नारनोल पुलिस की हुई किरकरी
फंसे और खराब हुए वाहन
बाइपास और रेवाड़ी पलवल हाईवे पर इतना पानी भर गया कि दिनभर यहां वाहन खराब होते रहे। दोपहिया वाहनों को धक्का मारकर और चार पहिया को दूसरे वाहनों से खींचकर ले जाना पड़ा। बाइपास क्षेत्र की दुकान दिनभर बंद रहीं। पानी मकान दुकानों में घुस गया। यातायात भी बाधित हो गया। दिल्ली जयपुर हाईवे से भिवाड़ी आने वाले वाहन वैकल्पिक रास्तों से होकर गुजरे। वहीं भिवाड़ी के लोग भी जलभराव की वजह से घरों में ही रहने को मजबूर हो गए।
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समय पर नहीं बनाई रणनीति
सुबह बारिश के बाद भिवाड़ी के अधिकारियों ने समय पर रणनीति नहीं बनाई। जब बाइपास पर हालात बेकाबू हो गए, तब अधिकारियों को लगा कि अब कुछ करना होगा नहीं तो स्थिति अनियंत्रित हो जाएगी। इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र की तरफ से आने वाले नालों का बहाव रोका गया, लेकिन तब तक बाइपास पर अधिक मात्रा में पानी भर चुका था।