हरियाणा: सुनील चौहान। कृषि बिलों के विरोध कर रहे किसान आये दिन कहीं न कही अपना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। एक बार फिर किसानों ने करनाल के बसताड़ा टोल पर रविवार को एक बार फिर से किसानों का कब्जा पूर्ण रूप से हो गया है। किसानों ने टोल की क्रॉसिंग पर एक बार फिर से मैट बिछाकर अधिकार जमा लिया और बैठने की पूर्ण व्यवस्था कर ली गई। शनिवार को यहां पुलिस द्वारा किए लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए थे और यहा लगे मंच को हटा दिया गया।
सुबह होते कर लिया कब्जा: भले की प्रशासन की ओर से इस टोल के पास भारी पुलिस तैनात की गई हो, लेकिन पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते एक बार फिर रविवार सुबह होते ही किसानों ने फिर से कब्जा कर लिया। यहां लगातार किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। उधर वाहनों की आवाजाही पर कोई रुकावट नहीं है। तीन कृषि बिलों को लेकर किसानों ने विरोध में सभी टोलों को फ्री करवाया हुआ है।
पुलिस ने किया था लाठीचार्ज:
28 अगस्त को करनाल में सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में भाजपा संगठन की प्रदेश स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक का विरोध करने से किसानों को शहर में प्रवेश नहीं दिया गया। ऐसे में यहां पर किसानों ने पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को काले झंडे दिखाए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दो लाइनों को छोड़कर बाकी लाइनों पर जाम लगा दिया। ऐसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने किसानों पर लाठी चार्ज शुरू कर दिया। इस दौरान किसानों व पुलिस के जवानों को चोटें आई। इससे आक्रोश में आए किसानों ने प्रदेशभर में आग की तरह फैली और नाराज किसानों ने हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, जींद, रोहतक, अम्बाला, करनाल, पानीपत व सोनीपत समेत तमाम जिलों में नेशनल हाईवे और टोल प्लाजा पर जाम लगा दिए।