85 वर्ष से ऊपर व दिव्यांगजनों के घरों से वोट डलवाने का अभियान शुरू
रेवाड़ी जिलें में 1108 पात्र मतदाताओं से डलवाएं जा रहे हैं वोट
Haryana News: 85 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठजनों व 40 प्रतिशत बेंचमार्क वाले दिव्यांग जनों को अपना मत डालने के लिए पोलिंग बूथ तक न जाना पड़े, इसके लिए निर्वाचन आयोग ने उनके घर में ही बैलेट पेपर से मतदान करने की वेकल्पिक व्यवस्था की थी। गठित टीमो ने बुधवार को हरियाणा में ऐसे मतदाताओं के घर-घर जाकर वोट डलवाने का कार्य शुरू कर दिया है।
पोलिंग पार्टी वरिष्ठजन तथा दिव्यांग मतदाता के घर में पहुंची और उनका वोट डलवाया। इसको लेकर मतदाता व उनके परिजनों में काफी खुशी देखने को मिली। उन्होंने बताया कि उन्हें बहुत अच्छा लगा कि भारत निर्वाचन आयोग तथा जिला प्रशासन ने घर आकर वोट डलवाने का अभियान चलाया हैं।
जिले में 85 वर्ष की आयु सीमा या इससे ऊपर तथा 40 प्रतिशत बेंचमार्क या इससे अधिक के दिव्यांगजन घर से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया हैं। रेवाडी में 1108 तथा पूरे हरियाणा में 29 हजार पात्र मतदाताओं के फार्म 12 डी भरवाकर उम्मीदवारों को अवगत करवाया गया था। इनमें कोसली के 555, बावल के 256 तथा रेवाड़ी के 297 मतदाता शामिल हैं। इन सभी का वोट डलवाने के लिए पोलिंग पार्टियों के रूट बनाकर कोसली तथा बावल में 13 टीम तथा रेवाड़ी में 15 टीम गठित की गई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक मीणा ने बताया कि 5 सितंबर को होम वोटिंग का पहला राउंड पूरा किया गया है, अब इसके बाद बचे हुए मतदाताओं को दूसरे राउंड में 27 सितंबर को एक और अवसर मतदान का दिया जाएगा। मतदान के दौरान किसी भी राजनीतिक दल का अधिकृत एजेंट या स्वयं उम्मीदवार मौके पर उपस्थित रह सकता है।
सिरसा के रिटर्निंग अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जो मतदाता पोलिंग बूथ तक नहीं जा पाएंगे, उन्हें घर बैठे ही वोट डलवाने की सुविधा दी गई है, जो ज्यादा दिव्यांग व्यक्ति हैं वे घर बैठे ही इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के मतदान के लिए गठित पोलिंग पार्टियां भारत निर्वाचन आयोग की हिदायत के अनुसार मतदान करवा रही है।