हरियाणा: प्रदेश में 465 सब इंस्पेक्टर की भर्ती में चयनित उम्मीदवारों की जांच रिपोर्ट डीसी ने चीफ सेक्रेटरी को भेज दी है। फिलहाल जांच के चलते 465 युवाओ की नौकरी पर तलवार लटकी हुई हैं
अब चीफ सेक्रेटरी ऑफिस उस जांच रिपोर्ट को मिलाने में जुटा हुआ है। चीफ सेक्रेटरी कार्यालय हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की रिपोर्ट और सीआईडी रिपोर्ट को उपायुक्तों की रिपोर्ट से चेक करेगा, उसके बाद ही अपनी रिपोर्ट तैयार करके एचएसएससी बोर्ड के पास भेजेगा, तब उन्हें जॉइनिंग लेटर दिए जाएंगे।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि सभी 465 उम्मीदवारों की जांच रिपोर्ट चीफ सेक्रेटरी कार्यालय में आ गई है। डीसी की रिपोर्ट से पहली रिपोर्ट का मिलान किया जा रहा है। उसके बाद ही फाइनल रिपोर्ट तैयार होगी। दरअसल 50 उम्मीदवारों ने गलत शपथ पत्र दिए थे, जिस कारण उनका रिजल्ट सब्जेक्ट टू होल्ड इंक्वायरी कहकर रोका गया। इसके बाद सरकार ने सभी 465 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों की दोबारा जांच करवाने का फैसला लिया। चीफ सेक्रेटरी ने संबंधित जिला उपायुक्तों को एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट भेजने के आदेश जारी किए।
आवेदन से लेकर शपथ पत्र तक का मामला:
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने करीब 400 सब इंस्पेक्टर व 65 महिला सब इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। सामाजिक आर्थिक आधार पर 5 प्रतिशत अंक के लिए करीब 360 उम्मीदवारों ने शपथ पत्र दिए थे कि उनके परिवारों में सरकारी नौकरी नहीं है। साथ ही जिनके परिवार में बच्चे के पिता की मौत 15 वर्ष से पहले हो गई थी, उन्हें भी 5 प्रतिशत अंक का लाभ मिलना था। कुल 50 उम्मीदवारों ने शपथ पत्र देकर इनका लाभ लिया और मेरिट में चयनित हो गए।
जांच में झूठे मिले शपथ पत्र:
आयोग ने शिकायतें मिलने के बाद 22 नवंबर को फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए बुलाया तो 15 उम्मीदवार आए ही नहीं। 13 उम्मीदवारों की रिपोर्ट संबंधित तहसीलदारों ने दी कि इनके घर में सरकारी नौकरी न होने के दावे गलत हैं। करीब 50 उम्मीदवार ऐसे मिले, जिनके शपथ पत्र गलत या संदेहजनक हैं। इनमें से 10 चयनित उम्मीदवारों की रिपोर्ट पर संशय है, क्योंकि तहसीलदार ने लिखा है कि इनकी फैमिली आईडी में सरकारी नौकरी का जिक्र नहीं है। साथ ही आयोग ने कुल 50 चयनित उम्मीदवारों को सब्जेक्ट टू इंकवायरी लिखकर भर्ती प्रकिया में शामिल होने से रोक दिया।