कोसली: कोसली निवासी एक युवक ने एक पटवारी का इंतकाल चढ़ाने की एवज में रिश्वत मांगने का आरोप लगा है, जिसकी शिकायतकर्ता ने ऑडियो रिकॉर्डिंग करके सीएम को ट्वीट से शिकायत की है। मामला सीएम कार्यालय तक पहुंचने के बाद तहसील प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं पटवारी जोगेंद्र सिंह ने दलील दी है कि इंतकाल के स्टेटस मे लोन होने के कारण नहीं चढ़ाया जा सका था लेकिन मंजूर किया जा चुका है। वहीं शिकायतकर्ता ने तहसीलदार को शपथ-पत्र दिया है जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
1500 मांगे 1100 दिए फिर भी नहीं चढ़ाया:
कोसली निवासी शिकायतकर्ता पंकज कुमार ने दी शिकायत में बताया कि उनकी पारिवारिक जमीन की 31 दिसंबर को डीड कराई थी। इसके बाद इंतकाल उनके नाम दर्ज किया जाना था। सरकार की तरफ से नियम है कि इंतकाल 15 दिन में दर्ज करना होता लेकिन पटवारी की तरफ उन्हें चक्कर लगवा दिए गए हैं।
उन्होंने बताया जब वह इंतकाल के लिए पटवारी से मिला तो उन्होंने बताया कि डीड बहुत पुरानी है, इसलिए इंतकाल चढ़ाने के लिए 1500 लगेंगे। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने पटवारी को तत्काल 900 रुपए दे दिए लेकिन कोई रसीद वगैरह नहीं थी।
जिस पर पटवारी ने शेष पैसे लाने की बात कहते हैं बाद में आने को कहा तत्पश्चात कुछ समय बाद 200 रुपए लेकर पटवारी के पास गया और इतने पैसे ही लेकर इंतकाल चढ़ाने का आग्रह किया। आरोप है कि पटवारी ने कहा कि बाकी पैसे दे जाना और इंतकाल ले जाना।
पंकज ने इस पूरी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग करके सीएम को ट्वीट कर दिया। शिकायत करने के बाद उनसे नंबर मांगने के साथ डिटेल्स मांगी गई है। साथ ही शिकायतकर्ता ने मामले की जांच के लिए तहसीलदार को शपथ-पत्र भी दिया गया है।
रिश्वत मांगने का आरोप बेबुनियाद:
इस संबंध में पटवारी जोगेंद्र सिंह ने रिश्वत मांगने के आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद बताते हुए कहा कि शिकायतकर्ता के इंतकाल में लोन का स्टेटस दिखा रहा था। इस वजह से उसी दिन इंतकाल नहीं चढ़ाया जा सका। हालांकि उनका इंतकाल मंजूर कर लिया गया है और यह केवल उन्हें बदनाम करने का प्रयास है। वहीं शिकायतकर्ता ने बताया कि लोन उनके दादा की तरफ से चुकता किया जा चुका है। यह केवल बहाना है और उनसे रिश्वत मांगी गई थी।
शिकायतकर्ता ने दिया है शपथ-पत्र, जांच शुरू:
कोसली तहसीलदार जितेंद्र कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता की तरफ से मामले में जांच के लिए शपथ-पत्र देकर रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाया है। इसके बाद दोनों पक्षों को जांच के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया की मामले में जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।