हरियाणा: हरियाणा वासियों के लिए खुशखबरी है। करीब 14 करोड की लागत से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की शाखा अंबाला के नग्गल में बनाई जाएगी। यह अपनी तरह की पहली शाखा होगी, जहां कई गंभीर, नए रोगों एवं वायरस की जांच और उनके आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा। इसकी स्थापना के लिए 2.03 करोड़ रुपये की लागत से जमीन की रजिस्टरी स्वास्थ्य विभाग के नाम कर दी गई है।
अब भविष्य में एनसीडीसी ब्रांच की स्थापना का कार्य तेजी से हो सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि यह अत्याधुनिक लैब होगी। यहां नीपा वायरस, जीका वायरस, रेबीज, कोविड-19, ओमिक्रॉन, हेपेटाइटिस के अलावा अन्य गंभीर वायरस की जांच और सभी प्रकार के नए टेस्ट हो पाएंगे। अभी तक जांच के लिए नमूनों को दिल्ली स्थित एनसीडीसी व अन्य शाखाओं में भेजा जाता है।
तीन मंजिला बिल्डिंग बनेगी, निर्माण पर लगभग 14 करोड़ रुपये खर्च होंगे
विज ने बताया कि 4 एकड़ 11 मरले जमीन पर बनने वाली लैब की ग्राउंड प्लस तीन मंजिला इमारत बनेगी। इसके लिए लगभग 14 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना है। प्रथम तल पर सैंपल कलेक्शन एवं यूटीलिटी रूम, वेटिंग रूम, लॉबी के अलावा, क्लाइमेट चेंज रूम, ईओसी रूम, ट्रेनिंग रूम, आईडीएसपी, महामारी विज्ञान स्टाफ रूम, पैंट्री एवं अन्य रूम होंगे। द्वितीय तल पर लैब व अन्य उपकरण लगाए जाएंगे, जिनमें माइक्रो लैब बैक्टीरियोलॉजी, एएमआर लैब, लैब टीचिंग एंड डेमो रूम, एएमआर आफिसर रूम, वायरोलॉजी, लॉबी एवं अन्य रूम होंगे। तृतीय तल पर नॉन बीएसएल लैब एरिया, बीएसएल-2 लैब एरिया, स्टाफ कॉमन रूम, ओपन टैरेस, पैंट्री एवं अन्य रूम होंगे। इसकी पूरी बिल्डिंग में 2 लिफ्ट का प्रावधान होगा।
तीन चरणों में बनेगी एनसीडीसी ब्रांच
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र दिल्ली की ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. शिखा वरधान और अंबाला के सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि तीन चरणों में एनसीडीसी ब्रांच का निर्माण पूरा किया जाएगा। पहले और दूसरे चरण में बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, जिसके बाद तीसरे चरण में लैब की स्थापना होगी। यहां पर करोड़ों रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे, जिनमें बॉयो सेफ्टी कैबिनेट, इन्क्यूबेटर, नॉन रेफ्रिजरेट सेंट्रीफ्यूज, कोल्ड सेंट्रीफ्यूज, रियल टाइम पीसीआर मशीन, ड्राई ब्लॉक इनक्यूबेटर, रेफ्रिजरेटर, ऑटोक्लेव, हॉट एयर ओवन, डीप फ्रीजर, ट्रेनिंग माइक्रोस्कोप, लाइट माइक्रोस्कोप कम्पाउंड, एलीसा रीडर विद वॉशर, माइक्रोपिपटीस्ट ऑफ ऑल साइज, मिली-क्यू वॉटर प्योरिफायर एवं अन्य उपकरण होंगे।
एनसीडीसी में एकीकृत रोग निगरानी व शोध कार्यों को बढ़ावा, पर्यावरणीय बदलाव पर अध्ययन, प्रयोगशाला में गुणवत्ता एवं क्षमता का निर्माण इत्यादि गतिविधियों पर प्रमुखता से काम किया जाएगा। यह केंद्र विभिन्न वैक्सीन, दवाइयों व अन्य नैदानिक किट की उपलब्धता के लिए कार्य करेगा। महामारी वैज्ञानिकों, सूक्ष्म जीव वैज्ञानिकों व प्रयोगशाला तकनीशियनों के लिए एक अच्छे प्रशिक्षण केंद्र के तौर पर भी इसे विकसित किया जाएगा। यहां पर एनसीडीसी की देखरेख स्टाफ एवं अन्य कई नियुक्तियां भी की जाएंगी। – अनिल विज, स्वास्थ्य मंत्री
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