रेवाडी: सुनील चौहान। अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) के निर्माण को लेकर पोर्टल पर अपलोड हुई माजरा गांव की जमीन की निशानदेही देखने के लिए मेडिकल एजुकेशन एवं रिसर्च विभाग के डायरेक्टर व स्पेशल सेक्रेटरी डॉ. शालीन रेवाड़ी पहुंचे। उन्होंने मौके पर पहुंचकर जमीन का अवलोकन किया। डीसी यशेन्द्र सिंह ने अपलोड हुई भूमि के बारे में तथा पंचायत की जमीन की जानकारी दी। डॉ.शालीन ने मौके पर ही सजरा व नक्शे के साथ जमीन की सारी लोकेशन की जांच की। अपलोड हुई जमीन में से 200 एकड़ जमीन की निशानदेही पर फोकस रहा तथा ट्रांसपोर्टेशन के बारे में भी विचार विमर्श हुआ। इस मौके पर एसडीएम रविन्द्र यादव, डीडीपीओ एचपी बंसल, नायब तहसीलदार मनेठी निशा, कानूनगो राकेश कुमार भी मौजूद रहे। हाईवे से सीधी कनेक्टिविटी एम्स के लिए प्रस्तावित माजरा की जमीन के लिए हाईवे से सीधी कनेक्टिविटी होगी। रेवाड़ी से नारनौल नेशनल हाईवे नंबर 11 का काम तेजी से चल रहा है। इससे एम्स तक पहुंचना सुगम होगा। इसके अलावा नेशनल हाईवे नंबर 48 से भी आवागमन किया जा सकता है। अफसरों ने इस बारे में भी चर्चा की।
बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा:
निरीक्षण के बाद लोकनिर्माण विश्राम गृह रेवाड़ी में प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारीलाल की डॉ.शालीन के साथ बैठक हुई। इसमें डीसी यशेन्द्र सिंह, एसडीएम रविन्द्र यादव, केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के राजनैतिक सचिव रवि यादव शामिल हुए। बैठक में एम्स निर्माण को लेकर सभी बिंदुओं पर विचार-विमर्श हुआ।
डॉ. बनवारीलाल ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बनवाने की प्रक्रिया आगे बढ़ना शुभ संकेत हैं। एम्स के निर्माण से यहां के लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे तथा इलाके का विकास होगा और जो लोग इलाज के लिए दिल्ली जाते थे उन्हें यह सुविधा रेवाड़ी में ही मिलेगी।