Gurugram : स्वीमिंग पूल में डूबने से दो की मौत, मची अफरा तफरी

हेलीमंडी (गुरुग्राम): सुनील चौहान। जाटौली-हेलीमंडी रोड स्थित दीप होटल में बने स्विमिग पूल में डूबने से शुक्रवार को दो लोगों की मौत हो गई। एक मृतक के भाई की शिकायत पर पटौदी थाना पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। होटल संचालक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। यह भी शिकायत है कि बिना अनुमति के ही होटल में स्विमिग पूल का संचालन किया जा रहा था।

गांव जाटौली निवासी राजेश कुमार, शेर सिंह, भजनलाल एवं मेहरचंद शुक्रवार सुबह होटल में पार्टी करने पहुंचे थे। उसी दौरान राजेश व शेर सिंह स्विमिग पूल में तैरने लगे। दोनों को तैरना नहीं आता था। इससे वे डूब गए। पार्टी में शामिल दो अन्य ने बचाने का प्रयास किया लेकिन वे सफल नहीं हुए। मृतक राजेश के भाई दिनेश ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उन्हें भजनलाल ने बताया कि होटल मालिक ने उन लोगों से कहा कि वे उनके स्विमिग पूल में तैराकी सीख लें। प्रशिक्षक उन्हें तैराकी सिखाएगा। होटल मालिक के कहने पर राजेश व शेर सिंह स्विमिग पूल में चले गए थे। भजनलाल एवं मेहरचंद चाय पीने लगे थे। न तो स्विमिग पूल में कोई प्रशिक्षक था, न ही कोई सुरक्षा गार्ड। होटल मालिक ने स्विमिग पूल खोलने की प्रशासन से इजाजत भी नहीं ली हुई है। होटल मालिक की लापरवाही से 36 वर्षीय राजेश व 44 वर्षीय शेर सिंह की मौत हो गई।

इधर, होटल संचालक कुलदीप का कहना है कि शराब के नशे में होने के कारण दोनों डूब गए। उनका दावा है कि दोनों ने शराब पी रखी थी। मना करने के बाद भी दोनों स्विमिग पूल में चले गए थे। उन्होंने स्वीकार किया कि स्विमिग पूल बनाने की प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली है। उनके यहां चिनाई चल रही है। इसलिए स्विमिग पूल में पानी भरा था। हालांकि छानबीन के दौरान घटनास्थल पर चिनाई का कार्य चलता नहीं पाया गया।

स्विमिग पूल में लगभग चार फुट पानी भरा हुआ था। पानी भी गंदा था। लग रहा था कि काफी समय से उसे साफ नहीं किया गया होगा। इलाके के लोगों में इस बात पर रोष है कि बिना इजाजत के यह स्विमिग पूल कैसे बनाया गया। प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की। कोविड-19 को देखते हुए भी स्विमिग पूल के संचालन पर रोक है। इस मामले ने खेल विभाग की लापरवाही भी उजागर कर दी है क्योंकि स्विमिग पूलों पर नजर रखने की जिम्मेदारी खेल विभाग की है। इस बारे में खेल विभाग के उपनिदेशक राममेहर सिंह का कहना है कि वे मामले को लेकर जिला खेल अधिकारी से जानकारी हासिल करेंगे। फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।