हरियाणा: फर्जीवाडे के नए नए हथकंडे अपनाए जा रहे है। रेवाड़ी में एक बैंक में लेन देन को लेकर बडा घोटाले का खुलासा हुआ है। बैक कर्मियो ने अनपढ महिला का फायदा उठाते हुए उसके खाते से ढाई करोड़ रुपए का फर्जी ट्रांजेक्शन किया गया। पुलिस ने बैकं कर्मियो के खिलाफ धोखेधडी के आरोप मे मामला दर्ज कर लिया है।Haryana News: ई-टेंडरिंग का विरोध करने रोहतक पहुंचे सरपंच, 50 से अधिक को लिया हिरासत में
जानिए क्या है मामला: गांव आसलवास निवासी रोहताश ने अपनी पत्नी मल्ली के नाम वर्ष 2009 में आईसीआईसीआई में अपना जुआइंट अकाउंट खुलवाया था। 15 सितंबर 2012 को उनके पति रोहताश की मौत हो चुकी है। वर्ष 2010 से 2015 के बीच उनके खाते से करीब ढाई करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन हो गई। लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला। उसके खाते जमीन अधिग्रहण की राशि डाली हुई थी।
नोटिस पर हुआ खुलासा: वर्ष 2015 में उनके पास इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस आने शुरू हो गए और ढाई करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन से संबंधित सबूत मांगे जाने लगे। उन्होंने अपने सीए के मार्फत बैंक से संपर्क किया, लेकिन बैंक अधिकारियों ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की। ना ही उन्हें ट्रांजेक्शन संबंधित कोई जानकारी दी।
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नोटिस मिलने के बाद उन्होंने अपने बेटे कंवर सिंह के जरिए बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और फिर ट्रांजेक्शन से संबंधित जानकारी मांगी। बैंक अधिकारी ने उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं दी।
डीजीपी के आदेश पर हुआ मामला दर्ज: मल्ली ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने साजिश के तहत उनके खाते का प्रयोग करते हुए ढाई करोड़ रुपए का घोटाला किया है। मल्ली ने वह कई साल से शिकायत कर रही है, लेकिन कोई सुनवाई नही की जा रही है। महिला की शिकयत पर मुख्यमंत्री के अलावा डीजीपी को भेजी। इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है
















