रेवाड़ी: ओलावृष्टि के कारण फसलों को हुए नुकसान की सूचना देने के लिए बड़ी संख्या में किसान कृषि विभाग के कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन यहां विभाग का कार्यालय बंद मिला तो किसानो ने विरोध प्रदर्शन किया। विभाग के कर्मचारियों ने किसानों के आवेदन पत्र लेने की बजाय दीवार पर क्राप इंश्योरेंस एप पर नुकसान की जानकारी अपलोड करने संबंधित नोटिस चस्पा कर दिया।
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बता दें कि किसानों को 72 घंटे के दौरान फसलों में हुए नुकसान की जानकारी विभाग को देनी होती है, उसके पश्चात विभाग की तरफ से फसलों का वेरिफिकेशन कराने के पश्चात मुआवजा दिया जाता है।
ऐसे करें आनलाइन आवेदन:
किसानों को प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान की जानकारी अब आनलाइन माध्यम से देनी होगी। सबसे पहले किसानों को गूगल प्ले स्टोर में जाकर क्राप इंश्योरेंस एप डाउनलोड करनी होगी। उसके पश्चात किसानों को एप ओपन करना होगा तथा कंटीन्यू विदाउट लागइन के आप्शन पर क्लिक करना होगा।
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इसके बाद किसानों को चार आप्शन मिलेंगे, जिसमें किसानों को फसल नुकसान के आप्शन पर क्लिक करना होगा। क्राप इंटीमेशन के आप्शन पर क्लिक करने के बाद किसान को अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा तथा सेंड ओटीपी पर क्लिक करना होगा। ओटीपी दर्ज करने के पश्चात उसे सब्मिट करना होगा।
अगले स्टेप में किसान को सीजन के कालम में रबी, साल के कालम में 2021, स्कीम के कालम में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और राज्य के कालम में हरियाणा का आप्शन भरकर सब्मिट करना होगा। उसके पश्चात अगला स्टेप खुल जाएगा, जिसके पहले कालम में एनरोल करने का माध्यम तथा दूसरे कालम में फसल बीमा की पालिसी का नंबर डालकर सब्मिट करना होगा।
इसके बाद रिपोर्ट इंसीडेंट का पेज खुलेगा जिसमें कालम अनुसार आपदा का प्रकार, फसल की स्थिति, नुकसान का प्रतिशत, फोटो, वीडियो, किसान का नाम तथा मोबाइल नंबर दर्ज करके फाइनल सब्मिट करना होगा। मैंने छह एकड़ में सरसों तथा 10 एकड़ में गेहूं की फसल बोई हुई है। ओलावृष्टि और बारिश के कारण जहां गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है, वहीं सरसों की पौधे भी टूट गए हैं। इससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। विभाग द्वारा किसानों से नुकसान की सूचना आनलाइन माध्यम से लेना गलत है।