Dharuhera : स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार व राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल धारूहेड़ा के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय वीर बाल दिवस एवं देश की आजादी के महानायक शहीद उधम सिंह की 125 वीं जयंती पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का शुभारंभ भारत माता की आरती वंदे मातरम के उद्घोष के साथ अनु, प्रियंका,ख़ुशी, सौम्या,सुषमा,चंचल बेटियों द्वारा किया गया।
सेमिनार को संबोधित करते हुए विशेष आमंत्रित प्रोफेसर विजेंद्र शर्मा ने कहा शहीद उधम सिंह का बलिदान देश के इतिहास में हमेशा अजर अमर रहेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को देश की आजादी के महानायकों की प्रेरणा से आगे बढ़ने का आव्हान किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.आर.के. जांगड़ा विश्वकर्मा, सदस्य, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार एसटीएफ ने राष्ट्रीय वीर बाल दिवस एवं भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी एवं क्रांतिकारी शहीद उद्यम सिंह की 125वीं जयंती पर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा गुरु तेग बहादुर, गुरु गोविंद सिंह उनके चारों साहिब जादों और शहीद उधम सिंह का बलिदान देश के इतिहास में हमेशा अजर अमर रहेगा। Dharuhera
उन्होंने कहा देश और धर्म की रक्षा हेतु गुरु गोविंद सिंह का समस्त परिवार 21 दिसंबर से 27 दिसंबर के बीच शहीद हो गया था। उन्होंने कहा हमें सिख धर्म गुरुओं के दिखाये आदर्शों पर चलकर देश के राष्ट्रवादी पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को विश्व गुरु बनाने हेतु आवत किया गया। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर 2022 में भी बाल दिवस मनाने की प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा के लिए उनका आभार व्यक्त किया गया।
उन्होंने कहा सरदार उधम सिंह ने उस नरसंहार का बदला लिया जो संघर्ष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जान गवा दी। यह समर्पित दिवस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की और जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए भी मनाया जाता है।
13 अप्रैल को 20000 से ज्यादा निहते लोग बैसाखी मनाने का महत्वपूर्ण सिख त्यौहार मनाने और गिरफ्तारियां का शांतिपूर्ण विरोध करने के लिए अमृतसर की जलियांवाला बाग में इकट्ठे हुए थे। शहीद उधम सिंह अपनी रिहाई के बाद सिंह इंग्लैंड चले गए थे। जहां भी कई वर्षों तक इंग्लैंड में सिंह भारतीय क्रांतिकारी मंडलियों में शामिल हो गए थे उनकी मुलाकात भगत सिंह से हुई थी जो भारतीय क्रांतिकारी थे।
1939 में सिंह ने जलियां वाला बाग हत्याकांड का बदला लेने के लिए जनरल डायर की हत्या करने का फैसला लिया था। दो गोली लगने से माइकल डायर की मौके पर ही मौत हो गई। शहीद उधम सिंह का नारा” इंकलाब जिंदाबाद” शहीद अमर रहे एक समर्पित देशभक्त और देश के ऊपर मर मिटने वाले क्रांतिकारी थे।
उन्होंने ब्रिटिश शासन मुर्दाबाद अंग्रेजों को मुर्दाबाद जैसी नारें लगाये। सेमिनार को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ.रामफल शास्त्री ने कहा देश की आजादी में शहीद उधम सिंह और गुरु गोविंद सिंह और उनके परिवार का बलिदान युवा पीढ़ी को देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। सेमिनार में पर्यावरण व जल संरक्षण एवं स्वच्छ भारत मिशन और देश को विश्व गुरु बनाने का संकल्प दिलवाया गया।Dharuhera:
“एक दिया” देश की आजादी के महानायक को स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों की याद में स्कूल के प्रांगण में पौधारोपण भी किया गया। सेमिनार में डॉ रामफल शास्त्री, उर्मिला देवी, बबली सोनी, सुलेद्र सिंह,बिरेंद्र सिंह,वंदना,रामावतार,सुजाता,अनिल कुमार, पुरुषोत्तम, बिमला देवी,इंदिरा देवी,मीना रानी, महेश कुमार, सुदेश,सरस्वती, राजकुमार, विवेक यादव, रिंकू
यादव,अमरजीत,सुनीता, विजय, मनोरमा, सीता देवी,अंजू आदि अध्यापक वर्ग के साथ-साथ सुषमा,चंचल, मुस्कान, रौनक,शिव,गुलशन,निशु,पायल, योगीराज, प्रदीप,सौरभ आदि सैकड़ो विद्यार्थी उपस्थित थे।Dharuhera: