रेवाड़ी: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का आरंभ हुआ। शिविर में देश के अलग-अलग 17 राज्यों से लगभग 200 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उपायुक्त जिला रेवाड़ी मोहम्मद इमरान रजा ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभांरभ किया।Weather Alert: IMD Rain Alert: पूरे हरियाणा में बारिश को लेकर 4 दिन का यलो अलर्ट, इन 2 जिलों में हालात अभी भी खराब
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर जयप्रकाश यादव ने की। हरियाणा राज्य एनएसएस अधिकारी दिनेश कुमार एवं रीजनल डायरेक्टर एनएसएस देशराज बतौर विशिष्ट अतिथि रहे।
मुख्य अतिथि इमरान रजा ने कहा कि यह शिविर वास्तव में मिनी भारत की झांकी को प्रदर्शित करता है जिसमें 17 अलग-अलग राज्यों से आए प्रतिभागियों का संगम देखने को मिल रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से आहवान किया कि हम सभी धर्म जाति आदि विषयों से ऊपर उठकर निस्वार्थ रूप से एक दूसरे की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रोफेसर जयप्रकाश यादव ने कहां की हरियाणा वीरों की धरती है और अहीरवाल का यह क्षेत्र रेवाड़ी ऐतिहासिक नगरी रही है जिसका वर्णन हमारे पुराणों में भी मिलता है। वीरता यहां की रगों में है और देश के सबसे अधिक सैनिक इसी क्षेत्र से आते हैं। उन्होंने शिविर के प्रतिभागियों को रेजांगला मेष और आजादी दिलाने वाले वीर सैनिकों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई सभी प्रकार की सामाजिक गतिविधियों में आगे रहती है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. दिनेश ने कहा कि एनएसएस के द्वारा ही विद्यार्थियों का सच्चा व्यक्तित्व विकास संभव होता है क्योंकि यह उनमें एक जिम्मेदार नागरिक होने की भावना भरता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पांच अलग-अलग राष्ट्रीय एकता शिविर इस वर्ष आयोजित करने जा रही है और एनएसएस को बढ़ावा देने के लिए अंडर ग्रैजुएट कोर्स में प्रवेश के लिए एनएसएस सर्टिफिकेट वाले विद्यार्थियों को पांच अतिरिक्त नंबर दिए जाने का भी प्रावधान किया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. प्रमोद कुमार ने कहा कि हम जब भी इस प्रकार के शिविरों में हिस्सा लेते हैं तो हमेशा एक दूसरे से कुछ ना कुछ नया सीखने का अवसर अवश्य मिलता है। इसलिए हमें एक दूसरे से मिलने वाले अच्छे गुण सीखने चाहिए। उन्होंने सभी का धन्यवाद भी किया।
इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से आई टीमों के साथ आने वाले प्रोग्राम अधिकारियों ने कुलपति एवं मुख्य अतिथि से मुलाकात की। असम से आई टीम ने कुलपति, कुलसचिव एवं मुख्य अतिथि को वहां से लाया गया विशेष गमछा सम्मान स्वरूप भेंट किया। विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाइयों के प्रोग्राम ऑफिसरों सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शिक्षक स्टाफ सदस्य एवं प्रतिभागी इस अवसर पर मौजूद रहे।