हरियाणा: चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग करके इतिहास रच दिया है। चांद पर विक्रम की सुरक्षित लैंडिंग पर देश भर में जश्न मनाया गया। चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट के साथ रेवाड़ी व रोहतक के भी तार जुड़े हुये है।Alwar Political news: इस बार भाजपा नए चेहरों पर लगाइगी दाव?
बता दे कि रोहतक कंपनी ने इसरो को 60 लाख से अधिक कलपुर्जे भेजे थे। वहीं रेवाड़ी की कंपनी ने चंद्रयान के लिए 55 किमी लंबा तार यानि केबल भेजा गया था।
एमडी जसमेर लाठर ने कर्मियो का दी बधाई
रोहतक की फास्टनर्स (कलपुर्जे) निर्माता कंपनी की ओर से कलपुर्जे भेजे गए थे। एमडी जसमेर लाठर भावुक हो उठे। इसरो के वैज्ञानिकों ने सफलता मिलने के बाद इस सहयोगी कंपनी के साथ खुशखबरी साझा की। जैसे ही कंपनी को खुशीखबरी शेयर की तो कंपनी में जमकर जश्न मनाया।
रेवाड़ी की केबल का हुआ था इस्तेमाल
कंपनी के संचालक एडवोकेट नवीन सोनी और विक्रम सिंह सोनी बताते है कि इस बिजनेस में उनके परिवार की तीसरी पीढ़ी काम कर रही है। कंपनी के संचालक बताते हैं कि PVC SCREENED & ARMOURNED CABLE यानि तारों की जो की इसरो के खास आर्डर पर रेवाड़ी की कंपनी से सप्लाई किया गया था।Rewari: सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक महोत्सव 28 अगस्त को
चंद्रयान-2 से पहले वो सिर्फ कंपनी में आम केबल (तारें) बना कर बेच रहे थे, लेकिन चंद्रयान-2 के दौरान उन्होंने अहसान हुआ कि वो अपने बेहतर क्वालिटी के उत्पादन से देश की प्रगति का हिस्सा बन रहे हैं।