हरियाणा: एशियन गेम मे भारत अब 60 पद जीत चुका है। आज दसवे दिन कई खिलाडियो से गोल्ड की उम्मीद है। रेवाड़ी जिले की रहने वाली रूबिना आज एशियन गेम्स में अपना दमखम दिखाएगी।Rewari: दिनदहाडे कमरे से लैपटॉप व मोबाइल चोरी
पूरे हरियाणा की निगाह रूबीना पर टिकी हुई है। वर्तमान में रूबिना यादव रेवाड़ी के रेलवे जंक्शन में यात्रा टिकट परीक्षक (टीटीई) के पद पर कार्यरत है। रूबिना ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों उपलब्धियां हासिल की हैं।
रूबिना के कोच अनिल यादव ने बताया कि वह केवल पहली परफॉर्मेंस पर फौक्स कर ले, पदक उसका पक्का है। इस हौसले से पदक की पूरी आस है। बता दे कि गांव जाहिदपुर की रहने वाली रूबिना यादव चीन के शहर हांगझोऊ में चल रहे एशियन गेम्स में महिला वर्ग ऊंची कूद में भाग लेगी।
रूबिना के नाम कई उपलब्धियां
रूबिना ने रेवाड़ी के राव तुलाराम स्टेडियम में वर्ष 2014 से 2018 तक ऊंची कूद की बारीकियां अपने एथलेटिक ट्रेनर डॉ. अनिल कुमार के मार्गदर्शन में सीखीं। अब वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचते हुए गुरु के साथ जिला और देश का नाम रोशन कर रही हैं।
इसी वर्ष एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से 15 से 18 मई को बिरसा मुंडा स्टेडियम मोरावादी रांची में करवाई गई 26वीं नेशनल फेडरेशन कम सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वह 1.80 मीटर की ऊंची कूद लगाकर एशियन गेम्स के लिए चयनित हुई थीं।
पिछले वर्ष 13 जून को तमिलनाडु में आयोजित 61वीं नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रूबिना यादव ने 1.78 मीटर ऊंची छलांग लगाकर रजत पदक जीता था। रूबिना के नाम 1.81 मीटर ऊंची कूद लगाने का रिकॉर्ड है।“मेरी हत्या कर दो या फिर मैं सुसाइड कर लेता हूं”
रुबिना से गोल्ड मेडल की आस
पिता व माता गेम्स ने कहा कि रुबिना एशियन जीतकर देश के साथ अपने गांव का नाम भी रोशन करेगी। रुबिना के प्रशिक्षक डॉ. अनिल यादव ने भी भरोसा जताया है कि वह एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल करेगी।
रुबिना यादव की मां मिथिलेश देवी व पिता राकेश यादव ने बताया कि उनकी बेटी रूबिना ने एशियन गेग के लिए काफी मेहनत की है। उसने लगातार दो महीने से कर्नाटक में रहकर अभ्यास किया है। उसे उम्मीद है उसे अवश्य गोल्ड मिलेगा।