अलवर: सुनील चौहान। गांव मांदला कला में मौत के ढाई माह बाद हत्या का मामला दर्ज होने पर पुलिस व प्रशासन ने विवाहिता का शव कब्र से निकलवा पोस्टमार्टम कराया। ससुराल वालों ने विवाहिता की मौत कोरोना से होना बता शव दफना दिया था। तब पीहर वाले भी ऐसा ही होना मानकर चले गए थे। बाद में हत्या की बात सामने आई तो न्यायालय में याचिका लगाई। कोर्ट के आदेश पर मौत की वजह जानने के लिए शव कब्र से निकाला गया।
अलवर से आए मेडिकल जूरिस्ट ने पोस्टमार्टम किया। इस दौरान रामगढ़ एसडीएम कैलाश शर्मा, डीएसपी ओमप्रकाश मीणा, थानाधिकारी रामनिवास मीणा तथा मृतका मिसकीनी (22) पुत्री अली मोहम्मद के पीहर और ससुराल पक्ष के लोग मौजूद रहे। कार्रवाई के बाद शव को दफना दिया गया।
गौरतलब है कि मिसकीनी की 26 मार्च को मौत हो गई थी। मृतका के भाई मौहम्मद मुनव्वर हुसैन ने बताया कि मिसकीनी की शादी 15 जून 2019 को साबिर पुत्र महबूबा निवासी मांदला कला के साथ की थी। करीब 9 माह पहले दोनों के एक बेटी भी हुई। शादी में फार्मट्रैक ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, जेवरात, ढाई लाख रुपए और गृहस्थी का सारा सामान दिया था। मगर ससुराल वाले दहेज में 5 लाख रुपए लाने के लिए उसे प्रताड़ित करते रहते थे।
मांग पूरी नहीं होने पर 26 मार्च 2021 को उसकी हत्या कर दी। सूचना पर भाई मुनव्वर और पीहर वाले पहुंचे तो कब्र तैयार थी। ससुराल वालों ने बताया कि मिसकीना की मौत कोरोना से हो गई है। उन्होंने भरोसा कर लिया और मिट्टी देकर लौट गए थे। कुछ दिन बाद कहीं से पता चला कि मिसकीना की हत्या की थी। पीहर पक्ष ने मृतका के पति साबिर खान, ससुर महमूद व सास सकीना के विरुद्ध दहेज हत्या, सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया है।
रिश्ते में सास की भतीजी थी मृतका
मृतक महिला के पिता ने बताया कि बेटी मिसकीना और सास सकीना रिश्ते में बुआ- भतीजी थी। इसी बात का भरोसा कर निकाह कर दिया था। डीएसपी मीणा ने बताया कि मृतका के भाई की रिपोर्ट पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। एसडीएम व पीहर पक्ष की मौजूदगी में शव को कब्र से निकाल पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद सुरक्षित ढंग से दफना दिया गया।