नौ जून को पश्चित बंगाल मे होगी किसानों की बैठक
हरियाणा: लंबे समय से कृषि बिलों विरोध की पैरवी कर रहे राकेश टिकेत राजनीति में भी अपना भाग्य अजमाने वाले है। उन्होंने दावा किया है 2024 लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वे स्वयं चुनाव नहीं लडे़ंगे लेकिन लोगों को जागरूक जरूर करेंगे।
टोहाना में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ मतदान किया, जिसकी वजह से वहां गैर-भाजपा सरकारें बनीं। राकेश टिकैत ने कहा कि नरेंद्र मोदी को वोट किसी और काम के लिए दिए गए थे लेकिन अब काम कुछ और कर रहे हैं।
2024 लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच किसान नेता राकेश टिकत ने कहा कि वे स्वयं चुनाव नहीं लडे़ंगे लेकिन लोगों को जागरूक जरूर करेंगे।
टिकैत ने कहा कि नौ जून को बंगाल में किसानों की बैठक होनी है, इसलिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मिलेंगे जहां उनकी सरकार की नीतियों के बारे जानकारी लेंगे। टिकैत ने कहा कि पहले टोहाना के विधायक को जिताने के लिए ट्रैक्टर पर लोग जाते थे लेकिन अबकी बार लोग ट्रैक्टर पर उनके खिलाफ आ रहे हैं इसलिए ट्रैक्टर ही इस आंदोलन की जान बन गया है।
किसान व पुलिस आमने सामने दे रहे धरना:
राकेश टिकैत ने कहा कि टोहाना के सदर थाने में किसान धरना दे रहे हैं तो पुलिस भी अपने ही थाने में धरना दे रही है। उन्होंने कहा कि वे थाने के बीच में रस्सी खींचकर पुलिस व किसानों का रास्ता अलग करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के सोने के बाद पुलिस की टीम भी उनके सामने महज दो से ढाई फुट की दूरी पर रहती है।
टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को भारत सरकार चुनावी वर्ष 2024 तक जरूर वापस ले लेगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जो टोहाना में किसानों पर मुकदमे बनाए हैं वे वापस जरूर होंगे, सरकार को मुकदमे वापस लेने होंगे। टिकैत ने कहा कि टोहाना को नहरों की नगरी के नाम से जाना जाता है, वे नहरों को भी देखकर आए है और टोहाना की सुंदरता को महसूस किया है।