हरियाणा: सिरसा पुलिस ने डिप्टी स्पीकर रणबीर गाड़ी पर बदनाम करने के मामले में रविवार रात पांच किसानों दलजीत रंगा, साहब सिंह, बलकार सिंह, बलकोर सिंह और निक्का को गिरफ्तार किया। किसानों को कोर्ट में सुबह नौ बजे पेश किया गया। इसके विरोध में किसानों ने सुबह दस बजे बाबा भूमन शाह चौक पर जाम लगा दिया। इस बात को लेकर पुलिस और किसानों में झड़प हो गई। किसानों को पुलिस ने बस में बैठा दिया। मौके पर डीएसपी संजय सिंह की भी किसानों के साथ बहस हुई। इस दौरान एसडीएम जयबीर यादव भी मौके पर मौजूद थे।
रविवार को सीडीएलयू में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक थी। बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा, सांसद सुनीता दुग्गल, भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्या देवीलाल चौटाला व अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए। किसान भाजपा नेताओं का विरोध करने सुबह से ही काले झंडे लेकर सीडीएलयू के तीनों गेटों पर धरना देकर बैठ गए।
बैठक समाप्त होने के बाद प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सीडीएलयू से बाहर निकलती विधानसभा उपाध्यक्ष की गाड़ी पर डंडे और पत्थरों से हमला कर दिया। घटना में विधानसभा उपाध्यक्ष की गाड़ी के दोनों शीशे टूट गए। हालांकि वह बाल-बाल बच गए। इस दौरान किसानों ने पुलिस कर्मियों के साथ भी हाथापाई की। डिप्टी स्पीकर ने सुरक्षा घेरा टूटने की जानकारी मनोज यादव को दी थी। इसके बाद सरकार ने हमले का कड़ा संज्ञान लेते हुए सोमवार देर शाम सिरसा एसपी को बदल दिया। आईपीएस अर्पित जैन सिरसा को नया एसपी बनाया गया है। सिरसा के पुलिस अधीक्षक एचपीएस भूपेंद्र सिंह का तबादला आईआरबी भोंडसी किया गया है।
विधानसभा उपाध्यक्ष की कार पर पत्थरों से हमला करने के मामले में पुलिस ने किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा, हरचरण सिंह पंजुआना समेत 100 लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। सिविल लाइन थाना पुलिस ने जिला कल्याण अधिकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुशील कुमार की शिकायत पर सोमवार को किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।