हरियाणा: हरियाणा में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अप्रैल माह सबसे घातक साबित होता नजर आ रहा है। अप्रैल माह के 18 दिन ही पिछले तीन महीनों पर भारी दिख रहे हैं। मात्र 18 दिनों में कोरोना प्रदेश के 262 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। जबकि 6,5571 नए केस सामने आ चुके हैं। इस माह कोरोना रोजाना औसतन 12 लोगों की जान ले रहा है, जबकि प्रतिदिन औसतन 3300 से अधिक केस आए हैं।
प्रदेश में जनवरी, फरवरी और मार्च माह में 250 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। जिस गति से इस माह कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उसे लेकर राज्य सरकार भी चिंतित है। सरकार ने सोमवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बैठक में कोरोना से निपटने की रणनीति बनेगी।
अप्रैल माह में ही राज्य सरकार इस तेजी से बढ़ रही मृत्यु दर पर काबू करना चाह रही है। लिहाजा रोजाना मुख्यालय स्तर पर मॉनीटरिंग की जाएगी। आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल जब कोरोना चरम पर था तो उस समय सबसे अधिक सितंबर में 65317 और नवंबर में 66916 केस सामने आए थे। वहीं, अगस्त 2020 में 268 और सितंबर 2020 में 693 मरीजों की मौत हुई थी। अब फिर से कोरोना ने वही गति पकड़ ली है और पिछले साल के सितंबर और नवंबर माह की तर्ज पर संक्रमण और मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
एनसीआर और जीटी बेल्ट के जिले मुख्य केंद्र
पिछली कोरोना लहर में केवल एनसीआर के जिले ही प्रमुख केंद्र थे, लेकिन इस बार की लहर में एनसीआर के जिले गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत जीटी बेल्ट के जिले मुख्य केंद्र हैं। अब तक कोरोना से सबसे अधिक फरीदाबाद और गुरुग्राम में मरीजों की मौत हुई है, जबकि सबसे अधिक संक्रमण के केस भी यहीं पर मिले हैं। इनके साथ- साथ पहली बार करनाल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में तेज गति से कोरोना केस बढ़ रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है।
अब तक फरीदाबाद में 442, गुरुग्राम में 378, हिसार में 352, करनाल 193 और यमुनानगर में 190 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसी प्रकार एक्टिव केसों की बात करें तो गुरुग्राम अव्वल है। यहां इस समय 12191, फरीदाबाद 5197, करनाल 3205, हिसार 2417 और सोनीपत में 2981 एक्टिव केस हैं, जबकि पूरे प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 38558 पहुंच गई है।
लापरवाही के चलते बढ़ रहे केस : लोगों को लापरवाही के चलते केस बढ़ रहे हैं। मास्क नहीं लगाना अब भारी पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। बेड से लेकर तमाम व्यवस्थाएं हमारे पास हैं। लोगों को चाहिए कि वे कोविड-19 नियमों का पालन करें, ताकि इस महामारी से मिलकर लड़ा जा सके। अकेले स्वास्थ्य विभाग के प्रयास काफी नहीं हैं, हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
-डा. वीना सिंह, महानिदेशक, स्वास्थ्य विभाग