रेवाडीः जिले की 800 से अधिक आशा कार्यकर्ताओं को अब स्मार्ट फोन उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य के पंचकूला निदेशालय से ये स्मार्टफोन जिले को पहुंचा दिए गए। 100 से ज्यादा आशा फोन प्रदान किए गए। बता दें कि पिछले लंबे समय से आशा कार्यकर्ताओं की मांग थी कि एक तरफ स्वास्थ्य विभाग हर जरूरत को ऑनलाइन कर रहा है, मगर उनके पास एंड्रायड फोन नहीं है।
ऐसे में विभाग से ही मोबाइल फोन की मांग की जा रही थी। अब उनकी यह मांग पूरी हो गई। आशा को-ऑर्डिनेटर सुनीता ने बताया कि जिले में कार्यरत सभी आशा के लिए ये स्मार्टफोन आए हैं। कुछ को उपलब्ध करा दिए और बाकियों को भी जल्द ही दे दिए जाएंगे।
एप पर ट्रैकिंग शुरू होने से आ रही थी बड़ी समस्या
आशा कार्यकर्ता के जो भी कार्य थे, अब पिछले कुछ समय से एप पर ही ट्रैक हो रहे थे। इसलिए ज्यादातर के पास एंड्रायड फोन नहीं होने से उनको बड़ी परेशानी उठानी पड़ रही थी। उनको बार-बार सीएचसी-पीएचसी के चक्कर लगाने पड़ते थे और अपने कार्य रजिस्टर या डायरी में दर्ज कराने पड़ते थे।
मगर उनके पास एंड्रायड फोन नहीं होने से खुद की जो भी गतिविधि होती है, वह भी एप पर नहीं भेज पा रही थी। ऐसे में अब ये फोन मिलने से मरीज को लाने-ले-जाने से लेकर पिछले दिनों शुरू हुई ई-संजीवनी ओपीडी को भी ट्रेकिंग करना आसान हो जाएगा।
आशा के मुख्य कार्य
गर्भवती महिलाओं को विभिन्न सेवाओं जैसे टिटनेस टीकाकरण, आयरन की गोलियां, पोषण आदि के संबंध में जानकारी देना।{पोषण एवं संतुलित आहार के संबंध में परामर्श देना।
परिवार नियोजन कार्यक्रम में महिला एवं पुरुष नसबंदी कराने के लिए अस्पताल तक पहुंचाना।
संस्थागत प्रसव कराने के लिए गर्भवती को अस्पताल तक लेकर जाना।
अंधता निवारण कार्यक्रम के अंतर्गत अपने क्षेत्र में मोतियाबिंद अथवा अंधेपन से ग्रसित व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें आॅपरेशन के लिए अस्पताल या कैंप जाने में सहायता करना।
संक्रामक रोगों से पीड़ितों की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना।
रिकार्ड रखना और पंजीकरण करना।
अपने काम के ब्योरे को रजिस्टर, डायरी में दर्ज करना।