ना नौकरी मिली, न मोबाइल टावर लगा, डेढ लाख भी गंवा बैठे

खेत में मोबाइल टावर लगाने का झंासा देकर करीब डेढ लाख की ठगी
नौकरी व टावर का लालच किसान को पडा महंगा

धारूहेडा:  कस्बे में बार बार लोगों को जागरूक करने के बावजूद लोग शातिर बदमाशों के चुंगल में फंस ही जाते है। टावर लगाने का झांसा देकर शातिरों ने बुडाना निवासी एक व्यक्ति से अलग अलग किस्तो में एक लाख 55 हजार रूपए जमा करवा दिए। जब टावर नही लगा तो उन्हें धोखाधडी का पता चला तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाचं शुरू कर दी है।
थाना धारूहेडा पुलिस को दी शिकायत में बुडाना निवासी खूबराम ने बताया कि उसने 22 मई 20 को एक न्यूज पेपर में टावर लगाने का विज्ञापन देखा था। उस नंबर पर जब उसने संपर्क किया तो फोन उठाने वाले जितेश कुमार ने सारी प्रकिया बताई। आरोपित ने बताया टावर लगने पर  एक ओर उनको जमीन का किराया मिलेगा वहीं परिवार के एक व्यक्ति को नोकरी भी दी जाएगी। वह उनके झांसें मे आ गया तथा 12 जून को उसने रजिस्टे्रशन चार्ज 1500 रूपए जाम करवा दिए। बाद में 16 जून को टावर के लिए 25 हजार रूपए जमा करवाए। बाद में उन्होंने बताया कि उसके खाते में 15 लाख डाल दिए गए ऐसे में उसे  जीएसटी जो कि 45 हजार बनती है। उसने 18 जून को उनके बताए खातें में  जीएसटी की राशि 45 हजार भी उनके खाते में डाल दी। बाद उसके पास बंसल टावर कर्मी की ओर से फोन आया कि उसके बेटे का नोकरी दी जाएगी।  ऐंसे में उनके बीमा के लिए 49 हजार उनके उनके बताए खातें डाल दें।  बाद में उसके पास फोन आया कि उसकी साल भर की टेक्स राशि जो कि 35 हजार  है, वह भी जमा करवा दे ताकि आगे राशि उनके खाते में भेजी जा सके। टावर कंपनी की ओर से जनवरी माह में टावर लगाने का आश्वसन दिया गया था। अभी जिन जिन नंबर से फोन आया था वो सभी बंद आ रहे है। मीरपुर चोकी प्रभारी राकेश कूडु ने बताया किसान खूबराम की शिकायत पर आरोपित जितेंद व दो अन्य के खिलाफ धोखाधडी के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।