बैठक का विरोध कर रहे किसानों ने किया करनाल में किया नेशनल हाईवे जाम, चढूनी पहुंचे करनाल, जानिए क्या दी चेतावनी

करनाल : करनाल में सीएम मनोहर लाल की बैठक का विरोध कर रहे किसानों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया। हंगामे को रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए। वहीं, चढ़ूनी भी करनाल पहुंच गए हैं। किसानों से बातचीत कर रहे हैं। बता दें कि रेलवे रोड पर स्थित होटल प्रेम प्लाजा में पंचायत व स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर प्रदेश सरकार की अहम बैठक चल रही है। इसमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री मनाेहर लाल उपस्थित हैं। किसान इस बैठक के विरोध में उतरे हैं।

किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी बसताड़ा टोल प्‍लाजा पहुंचे। चढ़ूनी ने कहा कि गिरफ्तार किसान नेताओं को तुरंत छोड़ा जाए वर्ना लड़ाई आगे बढ़ जाएगी। हमारी सख्त हिदायत है कि न तो किलकी मारें, न ही बट्टा। जो ऐसा कर रहा है, उसे पकड़ लिया जाए। हमने कभी नहीं कहा कि किसी को बट्टे मारो, लाठी चलाओ। शांतिपूर्वक संघर्ष करना है।

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किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने पूरे घटनाक्रम को बेहद दुखद और गंभीर बताया। कहा-चार बार लाठीचार्ज किया गया लेकिन हम फिर भी शांति बनाए रखेंगे। कोई रिएक्शन नहीं करेगा। यदि ऐसा कोई करेगा तो उसे पकड़ लेना। किसी आने जाने वालों से नहीं लड़ना है। पुलिसकर्मियों से भी बेवजह नहीं उलझना है।

चढ़ृनी ने कहा-पूरे हरियाणा में किसान लामबंद है। संयुक्त मोर्चा ने मीटिंग की है। पूरे हरियाणा में जगह जगह जाम लगाया जा रहा है। पांच बजे तक जाम लगाया जाएगा। मैंने पुलिस प्रशासन से कहा कि पीछे हट जाएं अन्यथा जाम का यह फैसला अनिश्चितकाल के लिए भी लिया जा सकता है।

इससे पहले किसान नेता राजेंद्र आर्य दादूपुर को पुलिस ने हिरासत में लिया गया। टोल प्लाजा पर एक बार फिर किसानों को खदेड़ा गया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए करीब 3 घंटे से आईजी ममता सिंह मौके पर हैं।

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कस्‍सी से पुलिस पर हमले का प्रयास किया

किसानों ने दोपहर 12 बजे बसताडा टोल प्लाजा पर हाइवे जाम करने का प्रयास किया। पुलिस ने पहले किसानों को ऐसा नहीं करने के लिए कहा, लेकिन किसानों ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए हाइवे को खाली करवाया। इसी बीच में एक किसान ने कस्सी से पुलिस कर्मचारी पर हमला करने का प्रयास भी किया। लाठीचार्ज में 12 किसानों के घायल होने की सूचना है।

 

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अभी किसानों से पुलिस ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर लगाया जाम हटवाया ही था कि चौक पर किसानों द्वारा जाम लगाए जाने की सूचना सामने आ गई। यह खबर मिलते ही पुलिस बल चौक की ओर रवाना हुए।

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शहर के रेलवे रोड स्थित प्रेम प्लाजा में आयोजित भाजपा की बैठक का विरोध करने का ऐलान किसानों ने किया हुआ था। इसके लिए किसानों को पहले डेरा कार सेवा में एकत्रित होना था, लेकिन प्रशासन की सूझबूझ के चलते किसान यहां एकत्रित नहीं हो सके। इसके बाद किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर डेरा डालना शुरू कर दिया था। दोपहर 12 बजे से पहले तक पुलिस और किसानों की बातचीत चलती रही। किसान इस बात पर अडिग थे कि वह करनालकी ओर कूच करेंगे, लेकिन भारी पुलिस बल के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका। लिहाजा किसानों ने हाइवे जाम करने का निर्णय लिया

हाइवे जाम करने के बाद किसानों को यहां से हटने के लिए कहा गया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो दोपहर सवा 12 बजे पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। इससे किसानों को पीछा हटना पड़ा। दोपहर साढ़े 12 बजे सूचना आई कि किसानों ने इस जगह से कुछ दूर आगे बसताड़ा चौक पर हाइवे जाम कर दिया है। अब पुलिस बल इस जाम को खुलवाने के लिए रवाना हो चुका है।

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बसताड़ा टोल पर तनाव, खेतों में किसान बना रहे रणनीति

बसताड़ा टोल प्लाजा पर लाठीचार्ज के बाद तनाव की स्थिति कायम है। टोल से पुलिस ने किसानों को पूरी तरह से तितर-बितर कर दिया है। किसान खेतों में जगह जगह एकत्रित होते हुए देखे जा रहे हैं। यहीं से वह मोबाइल के माध्यम से एक दूसरे से संपर्क साधकर रणनीति बना रहे हैं। दूसरी ओर टोल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। किसानों के विरोध को टालने के लिए पुलिस ने पूरे इंतजाम किए हुए हैं। जबकि कुछ किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।

 

बसताडा टोल प्लाजा को पुलिस ने लाठीचार्ज के बाद किसानों से पूरी तरह से मुक्त करवा लिया है। यहां किसान पूरी तरह से बैकफुट पर आ चुके हैं। पुलिस बल के सामने किसानों का विरोध ज्यादा देर तक नहीं टिक सका। किसानों को पूरी तरह से तितर-बितर कर दिया गया है। यहां किसान आंदोलन को झटका लगने की सूचना मिलने के बाद ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि किसान अलग अलग क्षेत्रों से फिर एकजुट होकर टोल प्लाजा की ओर आए। ऐसी भी सूचना है कि दिल्ली बार्डर से भी किसानों का जत्था करनाल की ओर आ सकता है, लेकिन अभी इस सूचना की पुष्टि नहीं हुई है।

नेशनल हाईवे के बस ताड़ा टोल प्लाजा पर तनावपूर्ण माहौल बना है। आईजी ममता सिंह, एसडीएम आयुष सिन्हा व अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात है। वाटर कैनन वह आसू गैस के गोले दागने के लिए वाहनों को किया गया अलर्ट।

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करनाल जिला पुलिस के साथ-साथ अंबाला, यमुनानगर, पानीपत व कुरुक्षेत्र से भी पुलिस जवानों की 15 कंपनियां तैनात हैं। सभी जिलों से एसपी व डीएसपी भी करनाल में तैनात किए गए हैं, जो हर जगह सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। आइजी ममता सिंह व पुलिस अधीक्षक करनाल गंगा राम पूनिया खुद शहर में घूमकर पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दे रहे हैं तो निगरानी में लगे हैं।

 

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करनाल आगमन पर शहर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रेलवे रोड व आसपास का क्षेत्र पूरी तरह सील कर दिया गया तो वहीं शहर भर में नाकेबंदी कर दी गई है। डंपर व बड़े ट्रक लगाकर शहर के कईं रास्तों को बंद कर दिया गया है।

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वहीं सभी एमपी, विधायक, चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी, भाजपा प्रदेश पदाधिकारी, मेयर व अन्य कार्यकर्ता भी हैं।

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भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का किसानों ने किया विरोध

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के सामने किसानों ने विरोध जताते हुए नारेबाजी की। घरौंडा के बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों ने उन्हें आगे जाने से रोकने की भी कोशिश की। पुलिस बल की मौजूदगी में उन्‍हें निकाला गया। किसानों ने पहले ही इस बैठक का विरोध करने का ऐलान किया हुआ था। पहले किसानों को शहर के डेरा कार सेवा में एकत्रित होना था। लेकिन प्रशासन की सूझझूब के चलते किसान यहां एकत्रित नहीं हो सके तो उन्होंने बसताड़ा टोल प्लाजा पर जाना शुरू कर दिया था। शनिवार को जैसे ही प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का काफिला पानीपत की ओर से करनाल जाने के लिए पहुंचा तो किसानों ने काफिले की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। नारेबाजी करते हुए किसानों ने विरोध दर्ज करवाया। यहां भी पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच में से कुछ ही देर में उनके काफिले को टोल पार करवा दिया गया।

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किसान पहले ही विरोध का कर चुके हैं ऐलान

स कार्यक्रम व सीएम आगमन का विरोध करने के लिए किसान ऐलान एक दिन पहले ही कर चुके हैं। इसके चलते गत रात को ही भारी पुलिस बल आसपास के जिलों से बुला लिया गया था। किसानों ने शहर में स्थित गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में एकत्रित होने का ऐलान किया था, जहां से सीएम व भाजपा कार्यक्रम का विरोध करने के लिए निकलने का कार्यक्रम बनाया गया, लेकिन पुलिस ने न केवल गुरूद्वारा पूरी तरह से सील कर दिया गया बल्कि शहर की चारों ओर से नाकेबंदी कर दी गई। मुख्य नाकों पर डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में पुख्ता प्रबंधों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात किए गए है। यहीं नहीं तीन से चार कंपनियां पुलिस लाइन में तो दे कंपनियां जिला सचिवालय में रिजर्व के तौर पर पुख्ता प्रबंधों के साथ अलर्ट रखी गई है। खुफिया कर्मी भी किसानों की हर गतिविधि की पल-पल की सूचना अधिकारियों को दे रहे हैं।

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टाल प्लाजा पर एकत्रित हुए किसान, करनाल कर सकते हैं कूच

सुबह करीब नौ बजे ही किसान नेशनल हाईवे पर स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर एकत्रित होने शुरू हो गए थे। हालांकि अब उनका गुरुद्वारे तक पहुंचना आसान नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि किसान टोल प्लाजा से करनाल शहर के लिए कूच कर सकते हैं। रास्ते में भी भाजपा नेताओं का विरोध किए जाने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते घरौंडा से लेकर करनाल तक हाईवे पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा : एसपी

एसपी गंगा राम पूनिया ने किसानों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपना रोष जता सकते हैं। किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।