धारूहेडा: सुनील चौहान। धारूहेडा नपा के चयेरमैन कंवर की कुर्सी राजनैतिक अखाडा बन गया है। अदालत के आदेश के ढाई माह बीतने के बावजूद अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। इतना ही अदालत के फैसले के विरोध में हरियाणा सरकार चुनाव आयोग की ओर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसके चलते कवंर को दिसंबर 10 को जबाव मांगा गया है।

क्या था विवाद: चुनाव आयोग को दी शिकायत में संदीप बोहरा के साथ साथ सात अन्य चेयरमैन उम्मीदवारों ने एफिडेविट देते हुए आरोप लगाए थे कि कंवर सिंह ने जो 10 वीं मार्कशीट दिखाई है वह दी सेंट्रल बोर्ड ऑफ हायर एजुकेशन से दर्शाई गई है तथा 2 जुलाई 1981 में परीक्षा पास की है। उस समय हरियाणा में इस तरह का कोई बोर्ड नहीं था। जिला प्रशासन से 10 वी मार्कसीट जांच होने शपथ नहीं दिलाने की मांग की थी। उपायुक्त की ओर से कागजातों की जांच एसडीएम कोसली को सौंपी थी। जिसमें एसडीएम की ओर से कंवर सिंह की मार्कशीट को हरियाणा बोर्ड के अनुसार वैध नहीं बताते हुए फर्जी करार दिया गया था। जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग के पास भेजी गई थी। कंवर सिंह को चुनाव आयोग की ओर से मार्च 21 मे डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। इसी के कंवर सिंह की ओर से मार्कशीट को लेकर हाईकोट में अपील की थी। 09 सितंबर को हाइेकोर्ट कंवर सिंह की मार्कशीर्ट का वेध करार देते हुए चुनाव रदद करने का आदेश दे दिया था।

12 सितंबर को होने थे चुनाव: चुनाव की सारी तैयारियां हो चुकी थी। 12 सितंबर को चुनाव होना था। हाईकोर्ट की ओर अचानक एकतरफ फैसला देने से चुनाव रद कर दिए गए है। सबसे अहम बात तो यह है राव इद्रंजीत की शरण लेने के बावजूद कंवर सिंह को चेयरमैन के लिए नोटिफिकेशन चुनाव विभाग की ओर जारी नहीं किया गया है।
चुनाव विभाग ने की याचिका दायर: हरियाणा सरकार व चुनाव विभाग की ओर से हाई कोर्ट में कवंर सिंह के फैसले के विरोध में याचिका दायर की है। जिसके चलते कवंर को दिसंबर 10 को जबाव मांगा गया है। ऐसे में एक बार फिर चुनाव आयोग की ओर से डाली गई याचिका से कंवर सिंह का शपथ समारोह में अडचन बन गया है।
















