टोल प्लाजा कर्मचारियो को नहीं मिला वेतन, काम छोड बैठे, तीन घंटे रहा टोल फ्री
रेवाडी: किसान आंदोलन के चलते जहा पहले ही गंगयचाजाट टोल प्लाजा करीब 9 करोड की मार झेल चुका है, वहीं गुरुवार को गुस्साए कर्मचारियों ने टोल प्लाजा को फ्री कर दिया गया है। इस बार किसानों ने नहीं, बल्कि टोल के कर्मचारियों का समय पर बेतन नहीं देने को लेकर फ्री किया है। गुरुवार सुबह से वाहन बगैर टोल आवाजाही कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ टोल के मैनेजर ने कर्मचारियों को बातचीत के लिए बुलाया है। इससे पहले भी वेतन नहीं मिलने पर अक्टूबर में कर्मचारी टोल फ्री कर चुके हैं। उस वक्त उन्हें जल्द ही सैलरी देने की बात की थी, लेकिन आज तक उन्हें सैलरी नहीं मिली।

दरअसल, किसान आंदोलन के चलते दो माह तक रेवाड़ी का गंगायचा जाट टोल फ्री रहा, लेकिन 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसानों को यहां से हटाकर टोल चालू करा दिया गया था। हरियाणा के तमाम टोल फ्री होने के बावजूद 8 माह तक गंगायचा जाट टोल प्लाजा पर टैक्स कटता रहा, लेकिन अक्टूबर में किसानों ने फ्री से इस टोल को फ्री करा दिया था।
हटाए गए टोल के बैरियर:
इस बीच टोल पर कार्यरत 50 कर्मचारियों को अगस्त और सितंबर माह की सैलरी नहीं मिली, जिसके विरोध में कर्मचारियों ने पहले भी काम छोड़कर टोल को फ्री कर दिया था, लेकिन 11 दिसंबर के बाद से टोल चालू है। कर्मचारी इन 5 दिनों में लगातार टोल टैक्स प्रबंधक से पिछली बकाया 2 माह की सैलरी देने की बात करते रहे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो गुरुवार सुबह कर्मचारियों ने काम छोड़कर टोल फ्री कर दिया। 3 घंटे से टोल फ्री चल रहा है।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस: कर्मचारियों का कहना है कि मुश्किल वक्त जब प्रदेश में कही भी टोल चालू नहीं थे उस वक्त टोल पर ड्यूटी की। बावजूद उन्हें सैलरी नहीं दी जा रही। वहीं दूसरी तरफ टोल प्रबंधक ने कर्मचारियों को बातचीत के लिए बुलाया है। दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है। इससे पहले कर्मचारियों ने टोल पर खड़े होकर प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी भी की। सूचना पाकर सदर पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है। कर्मचारियों को वापस काम पर लौटने के लिए समझाया जा रहा है।
धारूहेडा: रेवाडी रोहतक हाईवे पर फ्री रहा टोल टैक्स















