नहीं रहेगी मारा मारी, अब बाजार में भी मिलेगी कोरोना वैक्सीनेशन

 

दिल्लीः  कोरोना वैक्सीनेशन की मारा मारी जल्द ही खत्म हो जाएगा। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए चिंतित केंद्र सरकार ने आखिरकार 1 मई से ओपन मार्केट में कोविड टीकों की बिक्री को मंजूरी दे दी है. लेकिन, इसके बावजूद केमिस्‍ट्स या फार्मेसीज पर वैक्‍सीन मिलेगा या नहीं मिलेगी, इसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को लेकर बदलाव की बात को देखते हुए कहा जा रहा है कि कुछ ही समय में वैक्सीन खुले बाजारों में मेडिकल स्टोर्स में मिलने लगेगी. खुले बाजार में वैक्सीन की कीमत 700 रुपये से लेकर 1000 रुपये प्रति डोज तक हो सकती है. फिलहाल सरकार को वैक्सीन 250 रुपये प्रति डोज की दर से मिल रही है. ।सेव त्मंक – ब्वतवदं टपतने पद ब्ीींजजपेहंतीरू सुना ये अनोखा ऑफर? श्कोरोना का टीका लगवाओ, टमाटर मुफ्त में ले जाओ’

खुले बाजार में मिलेगी कोरोना वैक्सीन, लेकिन सामने आई ये परेशानी.. ।सेव त्मंक – जयपुर के सरकारी अस्पताल में अनोखी चोरी, कोवैक्सीन की 320 खुराकें चुरा ले गए चोर, थ्प्त् दर्ज

एक खबर के मुताबिक “अभी टीकों को आपातकालीन लाइसेंस ही दिया गया है, ऐसे में केमिस्‍ट उन्‍हें नहीं बेच सकते. उन्‍हें एक प्रॉपर सेटअप में गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए लगाना जरूरी है.” वैक्सीन को लेकर सरकार जल्‍द ही डॉक्‍टर्स और आम जनता के लिए एक एडवायजरी भी जारी कर सकती है. जिसमें ।म्थ्प्े की पहचान, जांच और प्रबंधन का ब्‍योरा होगा. एडवायजरी में उन लक्षणों का जिक्र होगा जिनपर टीका लगने के बाद नजर रखनी है. ।सेव त्मंक – भारत को मिल सकती है तीसरी ब्व्टप्क्-19 टंबबपदम, ैचनजदपा ट पर आज अहम बैठक करेगा

एक मई से कोरोना वैक्सीन के 1.2 बिलियन अतिरिक्‍त डोज की होगी जरूरत

गौरतलब है कि एक मई से 18 साल से ऊपर के लोगों का भी टीकाकरण किया जाना है, ऐसे में देश को 1.2 बिलियन अतिरिक्‍त डोज की जरूरत पड़ेगी. बता दें कि भारत की करीब 44ः आबादी या करीब 60 करोड़ लोगों की उम्र 18 से 45 साल के बीच है. वैक्सीन की क्षमता बढ़ाने के बावजूद, भारत बायोटेक (ब्वअंÛपद), सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (ब्वअपेीपमसक) और डॉ रेड्डी (ैचनजदपा ट) मिलाकर हर महीने केवल 11.5 करोड़ डोज ही दे पाएंगे जो कुल डिमांड का करीब 10ः ही है. इसमें बाकी टीकों के उत्‍पादन का आंकड़ा शामिल नहीं है.

प्राइवेट कंपनियों पर होगी निर्भरता, कीमत क्या हो..

वैक्‍सीन निर्माताओं ने कहा कि अभी कई कारणों के चलते अभी वैक्सीन के दाम नहीं बढ़ाए गए हैं. लेकिन, अब वैक्‍सीन की कीमत इस बात पर भी निर्भर करेगी कि कंपनियां प्राइवेट मार्केट में कितनी डोज बेच सकती हैं. अभी केंद्र की तरफ से भी इस बारे में कुछ स्‍पष्‍ट नहीं कहा गया है. चूंकि कंपनियों ने अच्‍छी-खासी पूंजी लगाई है, ऐसे में बेहतर रेवेन्‍यू जेनरेट करने का दबाव भी होगा.