रेवाडी: सुनील चौहान। आयल कंपनियों की तमाम अत्याधुनिक प्रणालियों के बावजूद भी पाइप लाइनों में सेंधमारी की घटनाएं नहीं रुक रही है। जिला से होकर गुजर रही आईओसी की कांडला-पानीपत क्रूड तेल लाइन में वॉल्व लगाकर चोरी का मामला सामने आया है। पाइप लाइन से लंबे समय से चोरी की जा रही थी और बुधवार रात को बारिश नहीं होती तो संभवत: यह मामला भी पकड़ में नहीं आता।
ऐसे हुआ खुलासा: तेल से भरा वाहन फंसने के बाद शातिर उसे खेतों में खाली कर गए, जिसके बाद सुबह किसान ने खेत में तेल फैला देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। तत्पश्चात टायरों के निशान पर जांच बढ़ाई गई तो तेल चोरी के स्थान पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने कंपनी अधिकारियों की शिकायत पर मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
गांव पहराजावास निवासी किसान उम्मेद सिंह गुरुवार सुबह अपने खेतों में गया तो देखा कि बाजरा में बड़ी मात्रा में काला तेल डाला हुआ है। वहीं उनके खेत के पास किसी टैंकरनुमा वाहन और ट्रैक्टर के भी फंसने से टायरों के निशान बने हुए हैं। इस पर उन्हें लगा कि किसी ने शायद उनके खेतों में जानबूझकर काला तेल डाला।
घर आकर परिजनों को इस बात की जानकारी दी तो वह भी खेत में पहुंचे तो पाया कि फसल में फैलाया गया क्रूड आयल है। इसके बाद उन्होंने रोहड़ाई पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही रोहड़ाई पुलिस मौके पर पहुंची और पाया कि बाजरा में बहाया गया तेल क्रूड ऑयल है जो कि तेल पाइप के जरिए ही पहुंचता है।
इस पर पुलिस ने टायरों के निशान के आधार पर आगे तक जांच की तो पाया कि पहराजावास और बेचिराग रसूलपुर गांव के समीप रास्ते के बीचोंबीच कांडला-पानीपत तेल लाइन पर मिट्टी डाली हुई है। पुलिस को माजरा समझने में देर नहीं लगी। इसके बाद पुलिस ने आईओसीएल के अधिकारियों को मौके पर बुलाया।
तेल चोरी की सूचना पर कंपनी अधिकारियों में हड़कंप:
तेल चोरी की सूचना मिलते ही कंपनी के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके लिए कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तकनीकी टीम भी मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों ने मौके पर खुदाई कराई तो वहां पाइप लाइन में एक वाल्व लगा मिला जिसके जरिए तेल चोरी की जा रही थी। इसके बाद अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
तेल कंपनी के अधिकारियों ने मौके आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करके वाल्व को हटाने का काम शुरू कर दिया और देर रात तक मरम्मत का काम चलता रहा। इस संबंध में कंपनी अधिकारियों ने रोहड़ाई थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कराया है।
लंबे समय से चोरी की संभावना:
कंपनियों की तरफ से चोरी का पता लगाने के लिए सेंसर लगाए हुए होते हैं जिससे लाइन में लीकेज अथवा तेल निकलने की स्थिति में कंट्रोल रूम में मैसेज चला जाता है। इस मामले में ऐसा नहीं हुआ है। इस वजह से पुलिस और कंपनी अधिकारियों ने संभावना जताई है कि यहां पर लंबे समय से तेल चोरी हो रहा है।
हालांकि यह अभी साफ नहीं हुआ है कि तेल कब से चोरी किया जा रहा था। वहीं आसपास खेत होने और जहां पर वाल्व लगाया गया है वह भी कच्चा रास्ता है। यहां पर लोगों का भी आना जाना कम रहता है। ऐसे में बदमाशों ने यही स्थान मुफीद समझकर सेंध लगा दी।