जन आशीर्वाद यात्रा: बावल पहुंचते ही बदली राजनीति, राव समर्थक हुए यात्रा में शामिल

हरियाणा: अकसर सुनते आए है कि राजनीति में सब कुछ संभव हैं। अहीरवाल में मंगलवार को घंटों के हिसाब से राजनीति बदलती नजर आईं। जहां गुुरुग्राम से रेवाडी की सीमा प्रवेश करने पर राव इंंद्रजीत खेमे ने स्वागत करना तो दूर, यात्रा का जिकर करना भी जुबान पर नही था। वहीं दोपहर 12 बजे तक केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा से दूरी बनाने वाले केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह खेमे के सुर अचानक बदल गए। पहले रात्रिभोज का न्यौता भेजा दिया और फिर बावल में यात्रा पहुंचे ही सहकारिता मंत्री डा बनवारी लाल भी यात्रा में शमिल होने से एक बार फिर राजनीति गरमा गईं।

खोरी में शामिल हुए डा बनवारी: जहा पहले 12 बजे तक राव खेमे की ओर से जन आशीर्वाद यात्रा में कोई भागीदारी नहीं निभाई जा रही थी, वहीं दोपहर बार राव समर्थित सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल खुद भूपेन्द्र यादव का खोरी में स्वागत करने पहुंच गए। उसके बाद महेन्द्रगढ़ की सीमा में प्रवेश करते ही एक और राव समर्थित अटेली से विधायक सीताराम स्वागत की घड़ी का इंतजार करते रहे। नारनौल शहर में पहुंचने के बाद राव के ही एक और चहेते विधायक व राज्य सरकार में राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव गाजे-बाजे के साथ भूपेन्द्र यादव की आगवानी करते दिखे। शाम होते-होते फिर राव विरोधी खेमे के हाथों में स्वागत की कमान आ गई। नांगल चौधरी से विधायक डॉ. अभय सिंह द्वारा गोदबलाहा में आयोजित जनसभा को केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने संबोधित किया। डॉ. अभय यादव की भी राव विरोधी के रूप में गिनती होती है।

मंगलवार सुबह 9 बजे कापड़ीवास बॉर्डर से शुरू हुई इस जन आशीर्वाद यात्रा ने दूसरे दिन 120 किलो मीटर से ज्यादा लंबा समय तय किया। इस यात्रा के सफर के दौरान पल-पल राजनैतिक गतिविधियां बदलती रही। अकेले रेवाड़ी शहर में ही आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर राव इन्द्रजीत विरोधी खेमे की तरफ से केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव का स्वागत कर संदेश देने की कोशिश की गई कि अब अहीरवाल में एक तरह से नया उदय हुआ है, क्योंकि पिछली मनोहर लाल सरकार में राव विरोधी के रूप में सबसे बड़े नेता के तौर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ताल ठोकते रहे थे, लेकिन समय आने पर राव इन्द्रजीत सिंह ने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले धीरे-धीरे अपने विरोधियों को ठीकाने लगा दिया था। लेकिन मोदी कैबिनेट में शामिल होकर नए रूप में अहीरवाल की धरती पर पधारे भूपेन्द्र यादव ने भाजपा में पुराने कर्मठ नेताओं में एक तरह से नई जान फूंक दी है।

अमित शाह के करीबी माने जाते है यादव:
केबीनेट मंत्री भूपेंद्र यादव गुरुग्राम के जमालपुर गांव के रहने वाले हैं। राजस्थान से राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव को गृहमंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। कुछ समय पहले हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव के बाद भूपेंद्र यादव को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। भूपेंद्र यादव के मंत्री बनने से भाजपा को राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा में अहीरवाल इलाके से बड़ी आस है। हालांकि अहीरवाल में भाजपा के पास पहले से ही दिग्गज नेता के रूप में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह मौजूद हैं, लेकिन भूपेंद्र यादव के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद से राव खेमा पूरी तरह साइलेंट है। भूपेंद्र यादव को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद अहीरवाल में भाजपा में अंदर ही अंदर गुटबाजी शुरू हो चुकी है।