गैंगस्टर पपला गुर्जर की आखिर बहरोड अदालत में क्यों नहीं हुई पेशी, जानिए क्या रहा कारण

अलवर/ रेवाडी: सुनील चौहान। सरेआम बहरोड के लोकअप से फरार होने वाले कुख्यात बदमाश
गैंगस्टर पपला उर्फ विक्रम गुर्जर के मामले में अलवर के बहरोड़ में एडीजे कोर्ट संख्या एक में तत्कालीन थानाधिकारी एवं 21 आरोपी तो पेश हुए। लेकिन पपला की पेशी नहीं हो सकी है। तत्कालीन थानाधिकारी को मोबाइल एवं सीडी कोर्ट में पेश नहीं होने से बयान अधूरे रहे। अब आगामी पेशी 11 एवं 21 अक्टूबर की रहेगी। एसओजी के विशिष्ट लोक अभियोजक जितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बहरोड़ थाने से 6 सितम्बर 2019 को फायरिंग कर हवालात में बंद पपला को छुड़ाकर ले जाने के मामले में सोमवार को तत्कालीन थानाधिकारी सुगन सिंह की पेशी थी। यहां कोर्ट में उनके बयान दर्ज होने थे। वारदात में शामिल 21 आराेपी भी कोर्ट में पेश हुए। एडीजे कोर्ट संख्या एक न्यायाधीश बृजेश कुमार शर्मा के समक्ष करीब ढाई घंटा लगातार अधिवक्ताओं की बहस चली। तत्कालीन थानाधिकारी सुगन सिंह जिस मोबाइल से विक्रम उर्फ पपला को पकड़ने के बाद पैसों के साथ फोटो एवं वीडियो बनाए थे। वह मोबाइल विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर में जांच के लिए जमा है। मोबाइल में बनाए गए विडियो की सीडी बनाई गई थी। यह भी मोबाइल के साथ-साथ जांच के लिए प्रयोगशाला गई हुई है। यह दोनों कोर्ट में जमा नहीं होने से बयान अधूरे रहे। न्यायाधीश शर्मा ने माल के अभाव में डेफर यानी अधूरे बयान घोषित कर दिया। अब 11 अक्टूबर को पेशी की तारीख मुकर्रर की गई है। प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद वारदात में विभिन्न तरीकों से शामिल 26 आरोपियों को पेश होना था। लेकिन 21 मुल्जिम ही कोर्ट में पेश हुए। जिसमें अलवर जेल से 17 दौसा जेल से 4 मुल्जिम लाए गए। जबकि पांच के वारंट जमा किए गए। न्यायाधीश शर्मा ने आगामी सुनवाई के लिए 11 एवं 21 अक्टूबर की तारीख नियुक्त की है।

 

papla dost

ये आरोपी हुए पेश:
सोमवार को आरोपी विनोद स्वामी, नरेन्द्र, धर्मवीर, सुनील, कैलाश, सोमदत्त, विनोद, दिनेश, जगन, जिलेसिंह, भूपसिंह, महिपाल, अशोक, श्यामसुंदर, बलबीर, सुभाष, आकाश, प्रशांत, जितेन्द्र एवं चन्द्रपाल को कोर्ट में पेश किया। जबकी अशोक उर्फ मेजर, महेन्द्र, िवक्रम, दीक्षांत एवं राहुल उर्फ चूहीवाला के वारंट आए।

पुलिस छावनी बना रहा कोर्ट परिसर
हार्डकोर अपराधियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में लगाया गया। जिसमें दौसा एवं अलवर जेल से लाया गया। कड़ी सुरक्षा को लेकर डीएसपी मदनलाल रॉयल ने जायजा लिया। थानाधिकारी प्रेम प्रकाश, सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार, क्यूआरटी के जवान, आरएसी का जाब्ता सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने को लेकर दिनभर कोर्ट में तैनात रहा।