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कोरोना : कई अस्पतालो ने लगाए आक्सीजन प्लाटं, नही रहेगी आक्सीजन की किल्लत: डीसी

On: September 6, 2021 2:33 PM
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कोरोना की आशंकित तीसरी लहर से निपटने के लिए वैक्सिनेशन होगा तेज : यशेन्द्र सिंह
रेवाड़ी: सुनील चौहान। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए जिला में स्वास्थ्य सेवाओं व संसाधनों की कमी नहीं रहेगी। जिला को शीघ्र ही वैक्सीन की दो लाख अतिरिक्त डोज भी मिलेंगी, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग इस माह के अंत तक विशेष अभियान चलाकर यह सुनिश्चित करें कि जिला के प्रत्येक नागरिक को कोरोना रोधी दवा की पहली डोज लग चुकी हो।
उपायुक्त ने यह जानकारी सोमवार को गुरूग्राम में आयोजित रेवाड़ी, गुरूग्राम व नंूह जिला की कोरोना समीक्षा बैठक के उपरांत दी। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने आज तीन जिलों नामत: रेवाड़ी, गुरूग्राम व नूंह में कोरोना की तीसरी संभावित लहर से निपटने व स्वास्थ्य सेवाओं के उचित प्रबंधन को लेकर समीक्षा बैठक ली।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश देते हुए कहा कि सरकार ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि सितंबर माह के अंत तक पूरे प्रदेश में सभी नागरिकों को कोरोना रोधी वैक्सीन का पहला टीका अवश्य लग जाए। सितंबर माह के अंत तक तीनों जिला के सभी नागरिकों को पहली डोज़ लगाने के निर्देश पर उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने वैक्सीन के अतिरिक्त स्टाक की मांग की। जिस पर तुरंत प्रभाव से आज ही 2 लाख वैक्सीन की डोज रेवाड़ी भेजने के निर्देश जारी किए गए। उपायुक्त ने कहा कि सरकार के पास वैक्सीन का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। ऐसे में जिला के सभी नागरिक इस माह के अंत तक पहली डोज अवश्य लगवा लें।
आक्सीजन की नहीं रहेगी मारामारी: उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने एसीएस अरोड़ा को रेवाड़ी जिला प्रशासन की ओर से कोरोना की तीसरी तहर से निपटने के लिए की गई तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिला में 50 बैड से अधिक क्षमता वाले 4 निजी अस्पताल हैं, जिनमें से पुष्पांजलि, विराट व सिग्नस अस्पताल ने अपना-अपना ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर लिया है, जबकि मैट्रो उमकल अस्पताल की ओर से ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया जारी है जो इस माह के अंत तक पूरी कर ली जाएगी।
जिला में प्राईवेट गैस एजेंसियों के पास 76 एमटी तथा सिविल अस्पताल में 6.5 एमटी ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता है। जिले के नागरिक अस्पताल रेवाड़ी में 500 एलपीएम तथा बावल व कोसली में 250-250 एलपीएम क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं तथा एक हजार एलपीएम क्षमता का प्लांट पीएम केयर फंड से नागरिक अस्पताल रेवाड़ी में स्थापित किया जा रहा है।
जिला में कुल 392 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में से 336 स्वास्थ्य विभाग तथा 56 प्राईवेट अस्पताल में उपलब्ध हैं। इनमें से 173 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर विभिन्न कपंनियों द्वारा सीएसआर फंड से डोनेट किए गए हैं। कोरोना काल के दौरान कोरोना मरीजों से सरकार द्वारा निर्धारित चार्ज से अधिक चार्ज वसूलने बारे 20 शिकायतें जिला प्रशासन को प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 8 शिकायतों का समाधान कर दिया गया है तथा 12 शिकायतों पर कार्यवाही जारी है जिसे अगले 2 सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा।
जिले में छोटे बच्चों के लिए निक्कु-पिक्कु के 53 आईसीयू बैड व 216 अतिक्ति बैड उपलब्ध हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिले में 752 बैड थे, जिनकी संख्या बढ़ाकर अब 1281 कर दी गई है। जिले में 6 लाख 50 हजार 608 वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें से गत दिवस तक 5 लाख 98 हजार 416 लोगों को कोरोना की डोज लगाई जा चुकी है। जिला में 4 लाख 31 हजार 840 को पहली डोज तथा एक लाख 66 हजार 576 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। वैक्सीनेशन की पहली डोज के निर्धारित लक्ष्य को सितंबर माह के दौरान पूरा कर लिया जाएगा तथा जिन लोगों को दूसरी डोज दी जानी है उन्हें भी डोज दे दी जाएगी।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने एसीएसएस को अवगत कराया कि जिला प्रशासन को कोरोना की दूसरी लहर के दौरान टेस्ट में तेजी लाने के लिए प्राइवेट लैब की सहायता से आरटीपीसीआर की मशीन उपलब्ध कराई गई थी, जिसके बाद आररटीपीसीआर टेस्ट में तेजी आई थी और जिला रेवाड़ी द्वारा पूरे राज्य में तेजी से टेस्ट किए गए थे। इस पर एसीएस राजीव अरोड़ा ने जिला रेवाड़ी के लिए एक आरटीपीसीआर मशीन उपलब्ध कराने की मंजूरी दी। एसीएस ने सीएमओ रेवाड़ी को मेनपावर की कमी को पूरा करने के लिए स्वीकृत पदों पर भर्ती करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में जिला रेवाड़ी ने कोरोना का डंटकर मुकाबला किया। डीसी के प्रयासों से विभिन्न कंपनियां मदद के लिए आगे आईं और उन्होंने सीएसआर फंड से जिला प्रशासन की बढ़चढक़र मदद की, जिसके परिणाम स्वरूप स्वास्थ्य विभाग को 3 ऑक्सीजन प्लांट, 6 एंबुलैंस वाहन सहित अन्य चिकित्सा उपकरण व सामग्री उपलब्ध हुई, जिसका कोरोना काल के दौरान मरीजों का जीवन बचाने में प्रयोग किया गया। समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारी व तीनों जिलों के उपायुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी व निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

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P Chauhan

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