रेवाडी। सुनील चौहान। कोसली-पटौदी मार्ग पर टोल नाका 54 को हटवाने के लिए अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे ग्रामिणों को पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने धरना स्थल पर पहूचकर समर्थन किया। कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि बडे ही शर्म की बात है कि पिछले 35 दिनों से ग्रामीण शांतिपूर्वक तरीके से धरने पर बैठे हैं और अभी तक न तो कोई सरकार की तरफ से और न ही संबंधित अधिकारी ने मौके पर पंहूचकर इनकी बात सुनी है। भाजपा सरकार गुंगी और बहरी सरकार है। जिसको जनता न दिखाई देती है और न ही जनता की आवाज सुनाई देती है।
कैप्टेन अजय सिंह से ग्रामिणों ने बताया कि सरकार द्वारा गत 18 फरवरी 2021 से चौकी नंबर 1 से टोल नाका 54 लगा दिया गया है। यहां से छोटे बडे सभी कॉमरिशियल वाहन पर टोल टैक्स लेना शुरू कर दिया। जबकि यह रोड ओ डी आर की श्रेणी में आता है जिस पर टोल टक्स लगाना नियम के विरूद्ध है। चौकी 1 पर जो टोल नाका है उसके 8 किलोमीटर की दूरी पर गंगायचा टोल नाका है तथा उसके लगभग 5 किलोमीटर दूरी पर लोहारी टोल नाका है और उसके 9 किलोमीटर दूरी पर कोसली टोल नाका है। इसलिए हमें 5 से 10 किलोमीटर की दूरी पर टोल टैक्स देना पड रहा है। जबकि 5 से 10 किलोमीटर की दूरी पर पूरे हरियाणा में कहीं पर भी टोल नाका नही है।
कैप्टेन अजय सिंह ने सभी ग्रामिणों की बात को सही करार देते हुए कहा कि इस तरह का आर्थिक शोषण व भेदभाव क्षेत्रवासियों के साथ क्यों किया जा रहा है। इस टोल टैक्स से आमजन को बहूत भारी नुक्सान हो रहा है। फसल कटाई का समय चल रहा है। बिक्री करने के लिए किसानों को अपने काम काज के लिए बार-बार आना जाना पडता है। दिन में कई बार टोल टैक्स भूगतान पडता है जिससे अतिरिक्त आर्थिक भार पड रहा है। इसलिए मेरी सरकार से मांग है कि आमजन की परेशानी को समझते हुए इस टोल टैक्स प्वाईन्ट को हटवाकर क्षेत्र को राहत दिलवाएं। इस बारे में कैप्टेन अजय सिंह ने पीडब्ल्यूडी के ई सी आई व एक्सन से भी बात की है कि इस टोल को तुरंत हटवाया जाए। इसके अलावा रेवाडी विधायक चिरंजीव राव को भी ग्रामिणों ने ज्ञापन सौंपा है। विधायक चिरंजीव राव भी संबंधित अधिकारियों से इस बारे में बात करेगें।
श्री यादव ने ग्रमिणों से कहा कि पूरे हरियाणा में आज के दिन कहीं पर टोल नही लग रहा है। जबकि हमारे यहां पर तो सरकार द्वारा नए टोल लगाए जा रहे हैं। इसलिए मेरी अपील है कि सभी ग्रामिण एकत्रित होकर बडा आंदोलन करें। इस गुंगी भहरी सरकार की नींद तभी खुलेगी। यादव ने कहा कि कृषि आंदोलन का भी सभी जोरदार विरोध करें।