Rewari: आजम भगत सिंह के 116 वें जन्मदिवस पर किया नमन

shahid bhagat
धारूहेड़ा: शहीद भगत सिंह यादगार कमेटी की ओर से आजादी आंदोलन के महान क्रांतिकारी योद्धा, देश की जनता के सच्चे सपूत शहीद ए आजम भगत सिंह के 116 वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में शहीद भगत सिंह चौक धारुहेड़ा पर समारोह आयोजित किया गया। यादगार कमेटी के सलाहकार व नगर पालिका धारुहेड़ा के चेयरमैन कंवर सिंह यादव तथा कमेटी के अध्यक्ष सोशल एक्टिविस्ट कामरेड रमेशचंद्र एडवोकेट ने महान शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।Rewari: खिडकी तोड घर में घुसा चोर, एक लाख नकदी, जेवरात चोरी इसके अलावा कमेटी के अन्य पदाधिकारी, सदस्यगण व नागरिकों नगर पालिका उपप्रधान अजय जांगड़ा, रमेश चंद्र एडवोकेट , कमेटी के सचिव राकेश सैनी, कोषाध्यक्ष प्रेम फौजी,रजनीश पंवार,हरिनारायण प्रसाद,महावीर सिंह ,विश्व दीप, नवीन अग्निहोत्री, किशोरी लाल पूर्व पार्षद, पवन कुमार सिर्फ मन्नू , उदय कुमार, डॉक्टर सुधीर कुमार, राजपाल, राजेश कुमार सेन तथा बाबू बड़गूजर नंदरामपुर बास आदि ने पुष्पांजलि अर्पित कर अपने महान शहीद को याद किया। कमेटी के अध्यक्ष सोशल एक्टिविस्ट कामरेड रमेशचंद्र एडवोकेट ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने जिस आदर्श के लिए हंसते-हंसते कुर्बानी दी थी वह था समाज में हर तरह के शोषण जुल्म, अन्याय व असमानता का खात्मा कर समाजवादी समाज की स्थापना करना।जो आज भी अधूरा है।उन्होंने कहा कि भगतसिंह ने कहा था कि “धार्मिक अंधविश्वास व कट्टरपन हमारी प्रगति में बहुत बड़े बाधक है।वे हमारे रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा साबित हुए हैं और उनसे हमें हर हाल में छुटकारा पा लेना चाहिए। bhaget 2 तभी समाज का विकास संभव है।” परंतु आज शासक वर्ग समाज में अपने जुल्म अत्याचार को जारी रखने के लिए जनता की एकता को तोड़ने के लिए धर्म -सम्प्रदाय नस्ल,जाति-पाति व ईलाकाई मानसिकता को उभार कर दंगे करवा रहा है।और जनता की एकता को तोड़ रहा है। Haryana News: रेवाड़ी में बड़ा हादसा टला, सिग्नल की गड़बड़ी, इस ट्रेक पर दोडी कालिंदी एक्सप्रेस    उन्होंने कहा कि आज शहीद भगत सिंह के आदर्श को सही रूप में समझना होगा और जनता में फैलाना होगा। ताकि शोषण विहीन समाजवादी समाज के शहीद भगत सिंह के सपने को साकार किया जा सके। चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने कहा कि शहीद भगत सिंह की याद व उनकी सीखों जिंदा रखना आज हमारी जरूरत है। शहीद भगत सिंह अमर रहे, शहीदों के आदर्श को जन जन में फैला दो, शहीदों की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करो, शहीदों को याद को आगे बढ़ाओ, इंकलाब जिंदाबाद, पूंजीवाद साम्राज्यवाद मुर्दाबाद के जोरदार नारों के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।