रेलवे स्टेशन पर लगे वाटर कूलर बने ‘ शोपीस’, सारे कूल्लर ठप, जिम्मेदार मौन
Rewari News: रेलवे अधिकारियो की मिली भगत के चलते रेलवे स्टेशन पर सारे वाटर कूल्लर ठप (water coller) पडे हुए है। मजबूरी में यात्रियो को पानी खरीदकर पीडा पड रहा हैं। सबसे अहम बात यह है कि रेलवे स्टेशन मास्टर इस समस्या का लेकर गंभीर नही है।
रेलवे स्टेशन ( Railway station Rewari)पर रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए 10 वाटर कूलर लगाए गए थे। लेकिन सभी 10 वाटर कूलर ठंडे की जगह गर्म पानी दे रहे हैं। रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन 150 रेलगाड़ियों के साथ लगभग 18 हजार यात्रियों का प्रतिदिन आवागमन रहता है। ऐसे में जो यात्री ठंडे पानी की चाह में ट्रेन से पानी भरने प्लेटफॉर्म पर उतरते हैं, उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है।
रेलवे स्टेशन पर पानी के लिए यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर भटकते हुए देखा जा सकता है। इन सभी समस्याओं का कारण रेलवे पर जो प्याऊ वाटर कूलर से अटैच है, उन वाटर कूलर का बंद होना है।
गर्मी का सीजन शुरू हो चुका है, दिन-प्रतिदिन तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। झुलसा देने वाली गर्मी में (Railway station#
Rewari) रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को गर्म पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी रेलवे के अधिकारियों को नहीं है, रेलवे स्टेशन पर लगे वाटर कूलर के आसपास से प्रतिदिन रेलवे के अधिकारी निकलते हैं, पर न तो कोई जांच करने वाला है और न ही कोई यात्रियों की सुनने वाला।
वाटर कूलर से अटैच सभी प्याऊ गर्म पानी दे रहे हैं। इस पानी से प्यास बुझाना तो दूर हाथ मुंह धोना भी मुश्किल है। ठंडे पानी के लिए यात्रियों को इधर-उधर भटकते आसानी से देखा जा सकता है।
इस ओर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता है। वहीं बंद पड़े वाटर कूलर को लेकर हमने स्टेशन अधीक्षक चंद्रप्रकाश यादव से सवाल किया, तो वो कुछ भी कहने से बचते नजर आए।
स्टॉल संचालकों को लाभ
वाटर कूलर में ठंडा पानी न आने के कारण स्टॉल संचालकों को इसका फायदा हो रहा है। जब लोगों को वाटर कूलर से ठंडा पानी नहीं मिलता है, तो यात्रियों को मजबूरी में बोतलबंद पानी की खरीदारी करनी पड़ती है। जिसके लिए यात्रियों को कीमत चुकाना पड़ रही है।