Rewari News: पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने गोपाल देव चौक रेवाडी में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
रेवाडी: सुनील चौहान। देश की आजादी के लिए 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन में अंगे्रजी हुकुमत के खिलाफ 16 नवंबर 1857 को नसीबपुर-नारनौल मैदान में आजादी के लिए लडते हुए अपनी जान की बाजी देने वाले युद्ध के सभी शहीदों को नमन करते हुए पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने गोपाल देव चौक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री यादव ने कहा कि 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन मे अँग्रेज़ी हकूमत के खिलाफ 16 नवंबर 1857 को नसीबपुर-नारनौल मैदान मे आज़ादी के लिए लड़ते हुए एक दिन के युद्द में शहीद हुए अहीरवाल, शेखावटी, मेवात, हरियाणा, राजस्थान के लगभग 5 हज़ार शहीदों ने देश के लिए कुर्बानी दी थी। 1857 के युद्ध में राव तुलाराम जी, गोपाल देव जी व बाल कृष्ण जी अहम योगदान था। वहीं 18 नवम्बर, 1962 दीवाली के दिन, रणबांकुरे अहीरों ने रेजांगला में खून की होली खेली थी। इस तरह से देश की आजादी के लिए न जाने कितने देश भक्तों ने अपनी जान गंवाई थी। शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू ने फांसी को चुमा था। महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, जवाहर लाल नेहरू न जाने कितनी बार जेल गए, जब जाकर देश को आजादी मिली थी। लेकिन फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा यह कहना कि 1947 में आजादी भीख में मिली थी और असली आजादी भाजपा सरकार बनने के बाद 2014 में मिली है। यह कहकर कंगना रनौत ने इन सभी देश भक्तों की शहादत का अपमान किया है। कंगना रनौत को अपना ब्यान वापिस लेना चाहिए या फिर सरकार को पद्मश्री पुरस्कार वापिस लेना चाहिए।
यादव ने कहा कि 2014 के बाद तो गरीबी, मंहगाई, बेरोजगारी, भष्ट्राचार, नोटबंदी, जीएसटी, गलत तरीके का लॉकडाउन, प्रेस की आजादी छीन ली, आर्थिक गुलामी इत्यादि मिला है। भाजपा के राज में किसान, मजदूर और व्यापारी गुलाम हो गया है अंबानी और अडानी का, तो फिर आजादी किसे मिली है। भाजपा सरकार ने 2014 के बाद तो आजादी छीन ली है, भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। देश का नागरिक खुलकर बोल नही सकता। जो बोलता है उसके खिलाफ सीबीआई और ईडी को लगा दिया जाता है। कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि कंगना रनौत पद्मश्री पुरस्कार के काबिल नही है, उन्होंने ऐसा क्या किया है जिसको देखते हुए कंगना रनौत को परस्कार दिया गया है। जबकि अन्य बहूत से कलाकारों ने देशहित और समाज के लिए कार्य किए हैं। कोरोना काल में सोनू सूद जैसे कलाकारों ने जनता की खूब सेवा की है, उनको पद्मश्री मिलना चाहिए था। लेकिन भाजपा सरकार हर कार्य में पक्षपात करती है और भाईचारा बिगाडने और नफरत फैलाने का कार्य करती है। इस मौके पर सुनिल राव, अनिल राव सहारनवास, एडवोकेट मोनू राव, पार्षद लोकेश, पार्षद ओमप्रकाश, पार्षद सुरेश, पार्षद मोरपाल, पार्षद चंदन यादव, पार्षद नरेश यादव, पार्षद राजेंद्र सिंघल, दिवान सिंह चौहान, राजेंद्र पूर्व पार्षद, पूर्व प्रधान रविंद्र यादव, शमशेर सिंह यादव, एस एन वशिष्ठ, एडेवोकेट रणधीर यादव, नरेश बोहरा जी, इत्यादि मौजूद रहे।