Ramlila: कैकेयी ने मांगे राजा दशरथ से दो वरदान, राम लक्ष्मण और सीता को हुआ वनवास
धारूहेड़ा: सुनील चौहान। श्रीराम रामलीला क्लब द्वारा की ओर से लाला मनीराम बाग में आयोजित रामलीला में कैकेयी दशरथ संवाद और राम वनवास का मार्मिक मंचन किया गया । इस अवसर पर राम, लक्ष्मण और सीता तीनों वन की ओर चले जाते हैं। क्लब के प्रधान दलीप सिकरवाल ने बताया जब मंथरा को यह बात पता लगती है कि राम का राजतिलक होने वाला है तो वह रानी कैकेयी को यह बात बताने के लिए उनके महल में चली जाती है और विभिन्न प्रकार की बातें करके कैकेयी को राम का राजतिलक रोकने के लिए कहती है । मंथरा कैकेयी से दो वरदान राजा दशरथ से मांगने के लिए कहती है। मंथरा की बातें सुनकर कैकेयी की बुद्धि भ्रमित हो जाती है और वह कोप भवन में चली जाती है । राजा दशरथ को पता चलने पर वह कोपभवन में कैकेयी को मनाने जाते हैं । वहां पर रानी कैकेयी राजा दशरथ से अपने दो वरदान मांगती है जिसमें पहले वरदान में अपने पुत्र भरत के लिए अयोध्या का राज और दूसरे वरदान में राम को चौदह वर्षों का वनवास, जिसे सुनकर राजा दशरथ मूर्छित हो जाते हैं। कैकेयी से अपनी बातों पर पुनर्विचार करने के लिए कहते हैं । लेकिन कैकेयी कोई भी बात स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होती है। सीता और लक्ष्मण भी वन में जाने की जिद करते हैं और राम, लक्ष्मण और सीता तीनों वन के लिए चले जाते हैं। रामलीला में राजा दशरथ की भूमिका में डॉक्टर सुभाष अग्रवाल, कैकेयी की भूमिका में अरुण सेन, राम की भूमिका गौरव सैनी, लक्ष्मण की भूमिका अश्विनी शर्मा, सीता तरुण शौर्या, कौशल्या प्रकाश प्रजापत, सुमित्रा मोंटी रंगा, विश्वामित्र पंडित अशोक जोशी, मंत्री सुमंत्र दिलीप सिकरवाल ने रोल अदा किया।