Rajasthan News: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 12 सीटों के लिए 19 अप्रैल का मतदान (Lok Sabha Election 2024 Phase 1 Voting) है। राजस्थान में केंद्र के दो मंत्रियों सहित कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी हुई है।
दोनो पार्टियो ने बदले जयपुर से प्रत्याशी
राजधानी जयपुर का चुनाव भी पहले चरण में है. भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले जयपुर में मुकाबला गहलोत सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह और भाजपा की मंजु शर्मा के बीच है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस सीट पर टिकट बदला है।
मंजु शर्मा मोदी के नाम के सहारे वोट मांगे हैं तो प्रताप सिंह अपना राजनीतिक वजूद बचाने की लड़ाई लड़ते हुए दिखाई दिये हैं। क्योंकि इन सीटों के नेता जानते हैं जीत से वंचित रहने पर आने वाले दिनों में सियासी करियर पर संकट मंडरा सकता है। राजनीतिक भविष्य दाँव पर लग सकता है। कल यानि 19 अप्रैल को दोनो का भविष्य पेटियो में बद हो जाएगा।
बीकानेर में अर्जुन राम मेघवाल
तीसरी बार सांसद का चुनाव लड़ रहे अर्जुन राम मेघवाल मोदी मैजिक के सहारे नैया पार होने की उम्मीद कर रहें है। जबकि गोविंद राम मेघवाल ने बेरोजगारी-महंगाई व भष्टाचार जैसे मुद्दों के सहारे चुनाव को दिलचस्प बनाने की पूरी कोशिश की है।
लोकसभा के लिहाज से बीकानेर सीट भाजपा के लिए अनुकूल मानी जाती है, लेकिन इसके बाद भी तीसरी बार चुनावी मैदान में उतरे पूर्व आईएएस अधिकारी अर्जुन लाल मेघवाल का फैटिक फेक्टर बड़ी परेशानी बना हुआ है।
किरोड़ी लाल की प्रतिष्ठा दांव पर
दौसा ऐसी सीट है जहां भाजपा के उम्मीदवार कन्हैया लाल मीणा से कहीं अधिक राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस सीट पर चार बार के विधायक भाजपा के कन्हैया लाल का मुक़ाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री रहे मुरारीलाल मीणा से हैं। मीणा वर्तमान में विधायक भी हैं।
झुंझुनूं सीट से ओला परिवार की साख भी जुड़ी हुई है। इस सीट से वर्तमान में कांग्रेस के विधायक बृजेन्द्र ओला चुनावी मैदान में हैं, जबकि भाजपा ने विधायक का चुनाव हार चुके शुभकरण चौधरी पर दांव खेला है।
अलवर से भूपेंद्र यादव मैदान में
राजस्थान की चर्चित सीटों में अलवर सीट की भी खूब चर्चा हो रही है। मोदी के करीबी रहे राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र यादव पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनके सामने लोकल युवा नेता ललित यादव को टिकट दिया है। यहां पर भी काफ रोचक मुकाबला है।
चूरू में राहुल को जिताने के लिए मौदी ने की रैली
Lok Sabha Election 2024 -चूरू लोकसभा सीट पर भाजपा की ओर से पैराओल्मियन देवेंद्र झाझडिया चुनाव लड़ रहें है। मुकाबला भाजपा के दो बार सांसद रहे और इस बार कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे राहुल कस्वां से है।
देवेंद्र झाझडिया की टिकट की पैरवी करने वाले राठौड़ अगर ये सीट हारते हैं तो उनके राजनीतिक करियर पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं। इस सीट पर मुकाबला इतना कड़ा है कि पीएम मोदी सभा कर वोट की अपील करनी पड़ी है।
ज्योति मिर्धा और हनुमान बेनीवाल में कांटे की टक्कर
दोनों नेता 2019 के चुनाव में भी आपने सामने थे लेकिन तब ज्योति कांग्रेस से और हनुमान का एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे। हनुमान ने वो चुनाव जीता था। इस सीट पर जातिगत समीकरण सबसे अधिक हावी हैं। इस सीट का परिणाम हनुमान बैनीवाल और ज्योति मिर्धा का सियासी भविष्य तय करेगा।
जाट लैंड की सबसे प्रमुख सीट कही जाने वाली नागौर के चुनाव की चर्चा भी दिल्ली तक है। इंडिया गठबंधन में आरएलपी के हनुमान बैनीवाल और कभी कांग्रेसी रहे मिर्धा परिवार की तीसरी पीढ़ी की नेता ज्योति मिर्धा भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ रही है।