Good News: गोगामेडी मेले के लिए रेलवे चलाएगा Special Train, यहां जानिए रूट व समय

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हरियाणा: गोगामेडी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बडी राहत भरी खबर है। रेलवे की ओर से मेले के लिए स्पेशल तीन ट्रेने चलाई जाएगी। ये तीनोंं ट्रेने 30 अगस्त से 29 सितंबर तक चलाई जाएगी।Rewari: धारूहेड़ा में दो दुकानो में सेंध लगाने वाला काबू, पडोसी ही निकला चोर मेले के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से 3 स्पेशल ट्रेनों के संचालन के साथ ही मथुरा और हाथरस से भी दो ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित किया गया है। हालांकि, इन दोनों का संचालन बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद ही किया जाएगा।
देश भर से जाते है मेले मे श्रद्धालु
राजस्थान में लगने वाले गोगामेड़ी मेले में हरियाणा-राजस्थान , दिल्ली, यूपी और मध्य प्रदेश से भी लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे द्वारा रेवाडी से दो मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाता है। 4 और 21 सितंबर से संचालन प्रस्तावित: यह मेला दो चरणों में आयोजित किया जाता है, जिसके लिए रेलवे प्रशासन ने 4 और 21 सितंबर से दो मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित किया है।Haryana: पानीपत में तीज महोत्सव का रंगारंग आगाज, सीएम ने महिलाओं के लिए की ये बड़ी घोषणाएं इसमें ट्रेन संख्या-04791 और 04795 रेवाडी-गूगामेडी का संचालन 4 से 12 सितंबर तक प्रस्तावित है। इसके अलावा ट्रेन संख्या 04351 और 04352 दिल्ली-रेवाड़ी-हिसार को सादुलपुर-हिसार के बीच 21 से 24 सितंबर तक रद्द कर इसे रेवाडी-हिसार से जोड़कर सादुलपुर से गोगामेड़ी तक चलाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसी प्रकार ट्रेन संख्या-14701 श्रीगंगानगर-बांद्रा टर्मिनस का 30 अगस्त से 15 सितंबर तक गोगामेड़ी में ठहराव प्रस्तावित है। इस ट्रेन मंजूरी का भेजा प्रस्ताव: बीकानेर मंडल ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे के उच्च अधिकारियों को हाथरस और मथुरा से गोगामेड़ी तक दो मेला स्पेशल का प्रस्ताव भी भेजा हैं। उम्मीद है यात्रियों की भीड के चलते हुए अनुमति मिल ही जाएगी। GOGAMEDI MELA गोगामेड़ी मेला भारत में लगने वाले बड़े मेलों में से एक है। मेले का अनोखा आकर्षण दुनिया के विभिन्न कोनों से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह वास्तव में एक वार्षिक मेला है जो पशुधन, हस्तशिल्प, ग्रामीण फसल और आकर्षक हस्तशिल्प की बिक्री के लिए प्रसिद्ध है। यह राजस्थान में आयोजित किया जाता हैI Rewari: डेढ माह बाद इंजीनियर से लूटपाट करने वाले काबू, सीएम के हस्तक्षेप के बाद हुई कार्रवाई मेले का दौरा करना पर्यटकों के लिए एक उत्कृष्ट अनुभव है क्योंकि यह मेला राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और परंपरा को दर्शाता है। इसके अलावा, मेले में उपलब्ध विभिन्न हस्तशिल्प वस्तुओं को अवश्य खरीदना चाहिए क्योंकि वे स्थानीय लोगों की उत्कृष्ट शिल्प कौशल को दर्शाते हैं।