Political Review: हरियाणा में लोकसभा चुनाव 25 मई को हुए थे। चार जून को रिजल्ट (Political news) सुनाया जाएगा। वोटिंग के बाद अब राजनीतिक दलों ने समीक्षा शुरू कर दी है। पंचकूला में भाजपा की रिव्यू मीटिंग हुई, तो चोकाने वाला मामला सामने आया है। दस सीटों करने वाली पार्टी आधी सीटो तक ही सिमटती हुई नजर आ रही है।
ये सीटे भाजपा के लिए टैंशन Political Review
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को इस बार लोकसभा से (Political news ) रोहतक से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। जबकि भाजपा ने डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दिया। इस बार हरियाण में लोकसभा चुनाव में यहां 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 के मुकाबले 4.83% कम है। चूंकि 2019 में ही भाजपा का इस सीट पर जीत का अंतर केवल 7500 वोटों का था।
3 बार बन चुके है सासंद: बता दे हरियाणा के रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा 3 बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में मोदी लहर के बाद भी दीपेंद्र यहां से चुनाव जीत गए थे। लेकिन इस बार रोहतक से सीट भाजपा के लिए आफत बनी हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2 सीटें सिरसा और रोहतक की रिपोर्ट खराब मिली है। 4 सीटें सोनीपत, अंबाला, कुरुक्षेत्र और भिवानी-महेंद्रगढ़ पर कडा मुकाबला बताया जा रहा है। ऐसे में साफ जाहिर की इस बार हरियाणा में कांग्रेस छक्का लगाने वाली है।
करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद की समीक्षा में रिपोर्ट सही मिली है। इसमें करनाल के समीक्षकों ने दावा किया है कि इस सीट को बड़े मार्जिन से भाजपा जीतेगी। इस लोकसभा सीट पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दी है।