Political News Haryana: काफी प्रयासों के बावजूद हरियाणा के 52 विधानसभा सीट से कांग्रेस लगातार 6 बार चुनाव हार चुकी है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अखाड़ा तैयार हो चुका है। सभी पार्टियों अपने-अपने पहलवानों को अखाड़े में भेजने के लिए आकलन कर रही है। ताकि जीत मिल सके ।
बावल विधानसभा सीट में एक बार फिर चर्चाएं तेजी से आ रही है। क्योंकि बावल में 28 साल से सूख झेल रही अपने इस सीट को मरहम लगाने की प्रयास कर रही है। बाबल विधानसभा क्षेत्र के लोग और राजनीतिक रूप से बेहद जागरूक हो रहे हैं। यही कारण है कि भी शकुंतला भगोरिया को चार बार और मौजूद कैबिनेट मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल को दो बार जीत दे चुके हैं।Political News Haryana
अब सवाल यह है कि लगातार छह बार कांग्रेस की हार क्या विकास के लिए जिम्मेदार है या फिर टिकट वितरण है। एक समय था जब बावल में कांग्रेस दबदबा माना जाता है। लेकिन पिछले 28 साल से सूखा झेल रहे बावल विस में इस बार 52 लोग कांग्रेस के टिकट के दावेदार हैै हालांकि 2024 में लोकसभा चुनाव में पांच सीट लोकसभ जीतने के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का मनोबल बढ़ा है।Political News Haryana
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और उम्मीद है कि वह इस बार बावल विधानसभा क्षेत्र में अपना सूखा मिटाने में सफल हो जाएगी लेकिन टिकट के लिए दावेदारों की संख्या पर अगर गौर करें तो चौंकाने वाले आंकड़े मिल रहे हैं। बावल में इस बार कांग्रेस की सीट के लिए एक दो नहीं बल्कि 52 लोग कतार में है। ऐसे में टिकट वितरण को लेकर अगर सावधानी नही बरती तो इस हार के लिए स्वय आला कमान की जिम्मेदार होंगें।Political News Haryana
सवाल यह है कि किस पर विश्वास करें 6 बार हार यानी की 28 साल से सूखा झेल रही कांग्रेस के लिए इस बार टिकट वितरण में बहुत बड़ा ही सवाल खडा कर दिय है।
बताया जा रहा है सूखा मिटाने के लिए इस बार पुराने बंदों को दोबारा से मौका मिल सकता है । क्योंकि कांग्रेस को पता है कि बावल में भाजपा को मार देना इतना आसान नहीं है । ऐसे में टिकट के लिए सोच समझकर कदम उठाना पड़ेगा।