महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री का समर्थन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लगातार काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि महिलाएं देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं और उन्हें सभी क्षेत्रों में नेतृत्व के अवसर मिलें। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आगामी बजट में दी गई माताओं और बहनों की सुझावों से महिलाओं के सशक्तिकरण और उत्थान में मदद मिलेगी।
महिलाओं ने दिए अपने सुझाव
इस बैठक में 35 महिलाएं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व किया, मुख्यमंत्री से अपने सुझाव साझा किए। इन महिलाओं में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह की सदस्य, ड्रोन दीदी, लाखपति दीदी, एनजीओ की प्रतिनिधि, प्रगतिशील महिला किसान और महिला उद्यमी शामिल थीं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम ‘विकसित भारत युवा नेता’ में भाग लेने वाली हरियाणा की युवा महिलाओं ने भी बजट परामर्श में भाग लिया और अपने सुझाव दिए।
महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने 2029 तक लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है, जिससे महिलाओं को देश के विकास में भागीदारी और नेतृत्व के अवसर मिल सकें। इसके अलावा, हरियाणा सरकार भी महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
प्रारंभिक बजट चर्चा और सुझाव प्रक्रिया
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने एक नई पहल की है, जिसमें राज्य के नागरिक ऑनलाइन माध्यम से बजट संबंधी सुझाव दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह व्यवस्था पहली बार शुरू की है, ताकि अधिक से अधिक सुझावों को शामिल किया जा सके। इस पहल के जरिए सरकार बजट को समावेशी बनाने की कोशिश कर रही है।
महिलाओं की भागीदारी से समाज में बदलाव
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आज महिलाएं न केवल शिक्षा, कृषि, उद्यमिता, स्वयं सहायता समूह, खेल और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं, बल्कि वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को सभी प्रकार के समर्थन और मदद प्रदान कर रही है। चाहे वह ड्रोन दीदी योजना हो या संझा बाजार योजना।
संजहा बाजार योजना का लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले साल महिलाओं के लिए संझा बाजार योजना की घोषणा की गई थी। इस योजना के तहत, महिलाओं को ऐसे बाजारों में अपने उत्पाद बेचने का अवसर मिलेगा, जहां वे आत्मनिर्भर बन सकती हैं। इस योजना के तहत कर्नल में पहला संझा बाजार शुरू किया गया है और जल्द ही यमुनानगर और फतेहाबाद में भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
महिला चौपालों का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए महिला चौपाल की योजना की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि कुछ गांवों में महिला चौपालें शुरू हो चुकी हैं और जल्द ही अन्य गांवों में भी यह सुविधा शुरू की जाएगी। इससे महिलाओं को अपने विचारों और मुद्दों को साझा करने का एक मंच मिलेगा।
बजट में महिलाओं की भूमिका और प्रासंगिकता
मुख्य सचिव राजेश खुहला ने भी कहा कि छह साल पहले राज्य सरकार ने बजट परामर्श कार्यक्रम शुरू किया था और तब से अब तक 400 से ज्यादा सुझावों को बजट में शामिल किया गया है। उन्होंने सभी महिलाओं से अपील की कि वे मुख्यमंत्री द्वारा बजट प्रस्तुत करते समय, फरवरी में उनके द्वारा किए गए सभी सुझावों का ताजगी से अनुभव करें।
समारोह में महिलाओं का उत्साह
बैठक के दौरान यमुनानगर की प्रगतिशील महिला किसान गुरप्रीत कौर ने मुख्यमंत्री को अपने द्वारा तैयार किया हुआ हल्दी का अचार प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें 500 रुपये का पुरस्कार दिया और उनके उत्पाद की बिक्री के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की यह बैठक महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, जो न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी ला रही हैं। महिलाओं के सुझावों को बजट में शामिल करने का यह प्रयास एक समावेशी और सशक्त भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।