रेवाडी। विधानसभा सत्र के आखिरी दिन विधायक चिरंजीव राव कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का ध्यानाषर्ण प्रस्ताव सदन में लेकर आए। विधायक ने कहा कि वैश्विक स्तर पर उभर रहे ओमिक्रोन वैरिएंट के लिए सरकार को सजग रहने की जरूरत है, भले ही प्रदेश में फिलहाल ओमिक्रोन वैरिएंट का एक भी केस नही है लेकिन हमें अभी से सर्तकता बरतने की जरूरत है। कोविड की दूसरी लहर जैसी गलतियों को दोबारा नही दोहराना चाहिए। कोरोना की दूसरी लहर से पहले भी मैंने सदन में कहा था कि सरकार की महामारी से लडने की क्या तैयारी है सरकार ने उस समय भी जवाब घूमा फिरा कर दिया और महामारी की तरफ ध्यान नही दिया था नतीजन प्रदेश में हजारों लोगों को जान गंवानी पडी थी। लोगों को बेड नही मिल रहे थे यहां तक की ऑक्सीजन की कमी से भी बहूत से लोगों की जान गई थी।
विधायक चिरंजीव राव ने सदन में पूछा कि क्या मंत्री महोदय बताने का कष्ट करेंगें कि अब प्रदेश में पहले से क्या सुविधा बढाई है। प्रदेश में कितने बेड, कितने वेंटिलेटर, कितने ऑक्सीशन के प्लांट लगाए हैं और स्वास्थ्य विभाग के खाली पडे पदों में से कितने भरे गए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में रेवाडी के सीएमओ ने कहा कि वेंटिलेटर तो हैं लेकिन ऑपरेटर नही हैं। उसके बाद प्रदेश में कितने ऑपरेटर स्वास्थ्य विभाग ने भर्ती किए हैं ये प्रदेश की जनता को बताया जाए। श्री राव ने कहा कि टेस्टिंग तो प्रदेश सरकार द्वारा करवाई ही नही जा रही है जबकि ओमिक्रोन वैरिएंट तो पहले के मुकाबले तीन गुणा खतरनाक है उसके बावजूद भी सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाए जा रहे हैं।
विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि सरकार द्वारा अब भी जवाब घूमा फिरा कर दिया जा रहा है कि प्रदेश में वैक्सीन पहली डोज 93 प्रतिशत और दूसरी डोज 59 प्रतिशत लग चुकी है। यह कोई जवाब नही है, ओमिक्रोन वैरिएंट तो वैक्सीन लगे हुए लोगों को भी हो सकता है। कोरोना की दूसरी लहर में सरकार ने हाथ उठा दिए थे और प्रदेश में जमकर घोटाले हुए थे जिनमें रजिस्ट्री, शराब और धान घोटाला प्रमुख हैं। जबकि जनता को जनता के भरोसे ही छोड दिया था। सरकार के नुमाईदें तो घरों से नही निकल रहे थे, जबकि मैं कोरोना काल में जनता के बीच था यहां तक की अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों का हालचाल जानने गया था।
राव ने कहा कि अब तीसरी लहर आती है तो बच्चों को शिक्षा में बहूत नुक्सान होगा। क्यों कि अभी तो स्कूल ठीक ढंग से खुले भी नही हैं और तीसरी लहर आती है तो दोबारा से स्कूल बंद किए जाएंगे। सरकार ने विद्दार्थियों को टैब देने का वायदा किया था ताकि वे ऑनलाईन क्लास ले सकें लेकिन सरकार ने अभी तक विद्दार्थियों को टैब तक नही दिए हैं इन बातों से पता चलता है कि सरकार महामारी के लिए कितनी सजग है।
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