हरियाणा के लिए 16 फरवरी होगा खास, PM MODI रेवाडी से देगें कई सोगात

यमुनानगर थर्मल प्लांट, ज्योतिसर अनुसंधान केंद्र को इसी दिन होगा शिलान्यास

हरियाणा: 16 फरवरी का दिन हरियाणा के लिए खास होने वाला है। इस दिन रेवाड़ी में प्रधानमंत्री  PM MODI  एम्स का शिलान्यास करेंगे वहीं रेवाड़ी से ही गुरुग्राम मेट्रो परियोजना विस्तार, यमुनानगर थर्मल प्लांट के 800 मेगावाट के यूनिट का शिलान्यास, ज्योतिसर अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास करेंगे। PM MODI 1 प्रधानमंत्री PM MODI  16 फरवरी को हरियाणा के दौरे पर हैं। इस दौरान कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन होगा। हरियाणा के अलग-अलग जिलों में पांच रेलवे प्रोजेक्ट का भी प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया जाएगा। रेवाड़ी में PM MODI  एम्स का शिलान्यास करेंगे वहीं रेवाड़ी से ही गुरुग्राम मेट्रो परियोजना विस्तार, यमुनानगर थर्मल प्लांट के 800 मेगावाट के यूनिट का शिलान्यास, ज्योतिसर अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास करेंगे। Political News: ये क्या हो रहा है Rewari में कापडीवास के बाद अब पूर्व जिला प्रमुख व पूर्व जिला पाषर्द ने दिखाई BJP में आस्था लाईव होगा प्रसारण: रेवाडी कार्यक्रम मे भीड जुटाने के लिए कंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत जगह जगह बैठके आयोजित कर रहे है। पूरे हरियाणा में भाजपा कार्यालय में जिला स्तर पर एवं ब्लॉक स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित करके प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को लाइव दिखाया जाएगा।

यमुनानगर को मिलेगा बडा तोहफा

अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट लगेगी यमुनानगर दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट में 800 मेगावाट यूनिट की क्षमता के नए यूनिट का निर्माण अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट लगेगी। जबकि, अभी तक के प्लांट में सब-क्रिटिकल यूनिट लगी हुई हैं। यह पहले लगी यूनिट से 8 प्रतिशत ज्यादा क्षमता की हैं। इसमें कोयले की खपत कम होगी और बिजली सस्ती बनेगी। खास बात यह रहेगी कि इसकी चिमनियां व कूलिंग टावर छोटे होंगे। इस कारण तेजी से बिजली बनेगी और प्रदूषण भी कम होगा। इसके लिए 400 केवी लाइन अलग से बिछाई जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। केंद्रीय मंत्री Rao Inderjit के जन्मदिन पर बधाई देने वालों का लगा तांता, X पर बना नंबर वन ट्रेडिंग मेक इन इंडिया नई यूनिट मेक इन इंडिया की तर्ज पर होगी, यानी प्लांट पूर्णरूप से स्वदेशी होगा। जबकि मौजूदा समय में 300-300 मेगावाट की जो इकाई लगी हैं, उसमें चीन से निर्मित मशीनों का उपयोग हो रहा है, किंतु नई यूनिट की मशीनें स्वदेशी और आधुनिक होंगी।