राजस्थान और हरियाणा के नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर की सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच महेन्द्रगढ़ कोर्ट में पेशी हुई। पपला की पेशी को देखते हुए महेन्द्रगढ़ कोर्ट में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। साथ ही नारनौल की नसीबपुर जेल से लेकर महेन्द्रगढ़ कोर्ट तक के सफर के दौरान भी बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों की ड्यूटी लगाई गई। दोपहर के समय पपला को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे कोर्ट ने 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
दरअसल, 8 सितंबर 2017 को मर्डर के मामले में विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को पुलिस महेन्द्रगढ़ कोर्ट में पेश करने पहुंची थी। पेशी पर ले जाते वक्त कोर्ट परिसर में पपला के साथी पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर उसे भगा ले गए थे। पपला के साथियों की फायरिंग में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया जिसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पपला पर दो और मामले दर्ज है जिनमें उसे न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने पपला को 7 दिन के रिमांड पर भेज दिया। अब उसे 11 अक्टूबर को पेश किया जाएगा।
अजमेर से नसीबपुर जेल हुआ शिफ्ट
पपला गुर्जर पर अनगिनत मामले दर्ज हैं। पपला उस वक्त सुर्खियों में आया था जब उसके साथियों ने सितंबर 2019 को बहरोड़ थाना पर एके-47 से हमला कर उसे छुड़ा लिया था। इसी साल फरवरी में राजस्थान की स्पेशल फोर्स ने उसे महाराष्ट्र को कोल्हापुर से गिरफ्तार किया। जब से पपला अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था। जुलाई 2021 में पपला के वकील ने नारनौल कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपील की कि महेन्द्रगढ़ जिले में उसपर काफी मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें पुलिस उसका प्रोडक्शन वारंट नहीं ले रही। इस पर नारनौल कोर्ट ने पपला को 30 सितंबर को पेश करने का आदेश दिया। अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से निकलने के बाद पपला नारनौल कोर्ट में पेश हुआ और उसी दिन पपला को नारनौल की नसीबपुर जेल में ही रखने के आदेश हुए। अब महेन्द्रगढ़ जिले में दर्ज पपला के खिलाफ मुकदमों में पुलिस उसकी गिरफ्तारी डाल रही है।