हरियाणा: हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिना ट्रीट किए साहबी बैराज में पानी छोडने के चलते चारों एसटीपी पर 1.90 करोड़ रुपये का पर्यावरणीय मुआवजा लगाया है। मुआवजा के नोटिस जारी होते ही प्रशासन में अफरा तफरी मच गई है। PM Modi BRICS Summit: पीएम मोदी ने इन देशों को मान्यता देने का किया समर्थन
बता दे कि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के समक्ष स्थानीय निवासी प्रकाश यादव द्वारा याचिका दायर की थी। उसके बाद कमेटी बनाकर सैंपल लिए गए थे। सारे सैंपल मिले थे।
बता देकि दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खरखडा और खलियावास गांवों के पास सूखी साहबी नदी की सैकड़ों एकड़ खाली भूमि में सीवेज छोड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि सीवेज न केवल भूजल को प्रदूषित करता है बल्कि पेड़ों और अन्य वनस्पतियों को भी नुकसान पहुंचाता है।Rewari News: तेजी से बढा मलेरिया व डेंगू का डंक, प्लेटलेट्स की मारा मारी
शिकायत पर हुई कार्रवाई: शिकायत मे बाद प्रशासन की नींद टूटी तथा तथ्यात्मक स्थिति को सत्यापित करने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त, रेवाड़ी के नेतृत्व में एक संयुक्त समिति का गठन किया।
खरखड़ा : 65.10 लाख
कालुवास : 56.20 लाख
नसियाजी : 55.70 लाख
धारूहेड़ा: 13.50 लाख
चारो एसटीपी पर मुआवजा लगाया गया है। इनको की ओर से जो पानी साहबी बेराज में छोडा जा रहा है वह बिना ट्रीट किया हुआ मिला। सारे पानी के सैंपल फेल होने पर मुआवजे के लिए नोटिस भेजा गया है।
हरीश शर्मा, एसडीओ, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड