मिक्सर प्लांट पर CM Flying Rewari की रेड, जानिए फिर क्या हुआ ?

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Best24News, Rewari News : मुख्यमंत्री उड़नदस्ता  (CM Flying Raid) की टीम ने बुधवार को गांव सहारनवास स्थित एक रोड़ी-बजरी मिक्सर प्लांट पर रैड की। विभाग की कार्रवाई अफरा तफरी मच गई। कोई वैध दस्तावेज नहीं मिलने पर टीम ने 1 कन्वेयर बेल्ट व 2 कंप्रेसर को मौके पर ही सील कर दिया।

दो साल बाद जागा प्रशासन: सबसे अहत बात यह है कि प्रशासन की नाक तले दो साल से रोडी बजरी मिक्सर प्लांट चल रहा है। एक्यूआई बिगडने पर प्रशासन ने इस प्लांट की ओर ध्यान नही दिया। अब प्रशासन की नीदं टूटी है। बताया रहा था कई अधिकारी यहां मोटी राशी लेकर जेब भर थे, राजनैतिक दबाच व दलालो के चलते इस पर कार्यवाही नही की जा रही थी।BW2501DH02

बता दे कि सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि सहारवास में अवैध रूप से मिक्सर प्लांट चलाया जा रहा है। सीएम फ्लाइंग के इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार, माइनिंग विभाग से इंस्पेक्टर आरजू, बिजली विभाग से जेई पवन, डीटीपी से धर्मपाल, पॉल्यूशन डिपार्टमेंट से अंजूरानी की टीम ने संयुक्त रूप से गांव सहारनवास स्थित शिवा प्लांट पर पहुचे।हरियाणा के इस शहर में मिलेगा सिर्फ दस रूपए में भर पेट खाना

नहीं मिले वैध कागजात: निरीक्षण के दौरान प्लांट पर इंजीनियर कुलदीप हाजिर मिला। जिससे कागजात मांगे गए। उसकी उपस्थिति में प्लांट को चेक किया तो कुलदीप प्लांट संचालन के संबंध में मौका पर कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। मौके पर करीब 1500 एमटी रोडी व 12007 डस्ट मिली।

कई टन सामान मिला
बिजली विभाग से जेई पवन कुमार ने प्लांट का निरीक्षण किया तो मौके पर उक्त प्लांट पर कोई बिजली कनेक्शन विभाग द्वारा नहीं लिया गया है।

इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार ने बताया कि रोड़ी व डस्ट के संबंध में खनन निरीक्षक आरजू ने डस्ट का मापतौल किया तो मौके पर करीब 1500 एमटी रोड़ी व 12007 डस्ट मिली। बिल प्रस्तुत नहीं किए जाने पर कार्यालय पहुंच कर फर्म को नोटिस जारी किए जाएंगे।शर्मनाक: राजस्थान में चाचा ने नाबालिग भतीजी से किया दुष्कर्म

कंप्रेसर और कन्वेयर को किया सील
जिला नगर योजनाकार से धर्मपाल ने बताया कि कार्यालय से रिकॉर्ड चैक किया कागजात नही मिले। प्रदूषण विभाग से अंजुरानी ने प्लांट के संबंध में कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए जाने पर 1 कन्वेयर बेल्ट व 2 कंप्रेसर को मौके पर ही सील कर दिया।

जिले में यह कोई पहला केस नहीं है। ऐसे केस पहले भी मिल चुके है। विभाग जनता को दिखाने के लिए कार्रवाई करता है तथा कुछ दिन बाद फिर से यही खेल शुरू हो जाता है। ये साले खेल अधिकारियोंं की ईशारे पर ही होते है।