दिल्ली: मथुरा के वृंदावन बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुचे रहे है। खासकर नौकरी वाले छुटी का समय देकर दर्शन के लिए पहुंचते है। दिन हो या रात भक्तों की लंबी लाइन मंदिर के बाहर तक पहुंच जाती है।IND vs AUS Final: World Cup में सुरक्षा पर उठे सवाल, फिलिस्तीनी सपोर्टर ग्रांउड में कैसे पहुंचा
मंदिर प्रशासन के अनुसार, अब ठाकुर बिहारी की शीतकालीन सेवा शुरू हो चुकी है। साथ ही मंदिर के खुलने का समय भी बदल चुका है, शयन आरती से लेकर दैनिक पूजा सेवा के समय में बदलाव कर दिए गए हैं।
अब ये रहेगा समय
अब मंदिर सुबह 8:45 बजे से खुलेगा, और प्रातः काल में होने वाली शृंगार आरती को सुबह 9 बजे से शुरू किया जाएगा, वहीं 9:05 मिनट से राजभोग सेवा शुरू होगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे पर्दा लगाकर ठाकुर जी को राजभोग लगाया जाएगा।
लेकिन अब की बार के बदलाव शीत ऋतू को देखकर किए गए हैं। हालाके ये बदलाव 13 नवंबबर से लागू हो चुके हैं। अगर आप बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए जा रहे हैं, तो एक बार समय जरूर जान लें ताकि आपको परेशान नहीं होना पडे।
जानिए कैसे पहुंच वृंदावन बांके बिहारी मंदिर
ट्रेन : वृंदावन का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है, लेकिन मथुरा में एक रेलवे स्टेशन है जो भारत के कई शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, इंदौर, आगरा, ग्वालियर, कोलकाता और हैदराबाद से जुड़ता है। मथुरा का रेलवे स्टेशन वृंदावन से लगभग 14 किमी दूर है। पर्यटक मथुरा के रेलवे स्टेशन से वृन्दावन के लिए टैक्सी किराये पर ले सकते हैं या बस पकड़ सकते हैं।Dharuhera: श्री खाटू श्याम जन्मोत्सव समारोह 23 को
सड़क: दिल्ली-एनसीआर से यात्रा करने वाले पर्यटकों के लिए, दिल्ली-आगरा NH-2 के माध्यम से वृंदावन पहुंच सकते हैं। दिल्ली और एनसीआर से, यात्रा के समय को कम करने के लिए आगरा एक्सप्रेसवे लें। मथुरा, वृन्दावन से केवल 12 किमी दूर है। मथुरा और वृन्दावन से कई सारी स्थानीय परिवहन बसें, टैक्सियां और रिक्शा आते-जाते हैं।Dharuhera: श्री खाटू श्याम जन्मोत्सव समारोह 23 को
हवाईजहाज: न तो वृंदावन और न ही मथुरा में हवाई अड्डे की सुविधा है। पास का हवाई अड्डा केवल आगरा (67 किमी) में स्थित हो सकता है। भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों से पर्यटक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान ले सकते हैं, जो वृंदावन से करीबन 200 किमी दूर है।