Mustard Government Procurement: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में सरसों (Mustard) और गेहूं की सरकारी खरीद शुरू कर दी है। हालांकि, कहीं पोर्टल में गड़बड़ी, कहीं अनाज मंडी में अव्यवस्था तो कहीं फसल बेचने के लिए लंबे समय तक लाइन में लगने के कारण हरियाणा के किसान परेशानी हैं। इन सबके बीच कहीं-कहीं अनाज मंडियों में आढ़तियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Mustard Government Procurement: : हरियाणा में गेंहू व सरसो की एसएसपी पर खरीद जारी है। जहां सरसो लेकर तो किसान मंडी पहुंच रहे है, लेकिन गेंहू की पिछले पांच से कोई आवक नही है। जबकि एक अप्रैल से गेंहू की खरीद शुरू हो चुकी है।
क्या कहते हैं किसान?: वहीं, किसानों का कहना है कि पहले ओलावृष्टि और बेमौसमी बारिश की वजह से उनकी लगभग फसल खराब हो गई। अब थोड़ी बहुत बची थी उसे लेकर आए तो कहीं नमी का बहाना बनाया गया तो कहीं खरीद नहीं हो पाई इसलिए वह परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार जो दावे कर रही है, वह पूरी तरह से निराधार है। वहीं, मंडी में सरकार जानबूझकर ऐसी व्यवस्था बनाए हुए है, ताकि किसान अपनी फसल मंडी में लेकर आए तो प्राइवेट कंपनियां उनकी फसल खरीदें।
Mustard Government Procurement: जिले की रेवाड़ी, बावल और कोसली अनाजमंडी में सरसों की सरकारी खरीद सुचारू रूप से चल रही है। शुक्रवार को अनाज मंडियों में गेहूं की आवक भी रही। अभी तक करीब 1944 क्विंटल के करीब ही गेहूं की खरीद हो पाई है। गेहूं में नमी ज्यादा होने के कारण खरीद सुचारू नहीं हो पाई है।
जिले की तीन मंडियों में हैफेड की ओर से शुक्रवार तक 358508 क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी है। इसमें रेवाड़ी Mustard अनाज मंडी में 146516 क्विंटल, कोसली में 167477 क्विंटल तथा बावल अनाज मंडी में 85352 क्विंटल सरसों की खरीद हुई है। तीनों अनाज मंडियों से अब तक 201409 क्विंटल सरसों का उठान किया जा चुका है, जबकि 157099 क्विंटल सरसों का उठान होना बाकी है।
रेवाड़ी, बावल व कोसली में सरसों की खरीद रोस्टर Mustard
शनिवार: 6 अप्रैल : बिठवाना मंडी में मीरपुर, गोकलपुर, ततारपुर ईस्तमुरार, सुनारिया, पंचलई, बंगड़वा, सांपली व टींट, नई अनाज मंडी कोसली में जुड्डी, कारोली, मुंदड़ा, मुरलीपुर, बेरली कलां व बालधन खुर्द तथा बावल अनाज मंडी में तिहाड़ा, नांगल उगरा, नांगल शहबाजपुर, नंगली परसापुर व अलावलपुर के किसानों की एमएसपी पर सरसों की खरीद होगी।
सोमवार 8 अप्रैल: बिठवाना मंडी में गढी, बोलनी, भूडला, गूजरीवास, जाटूवास, पंचगांव, मुरादपुरी, जीतपुरा, माजरा श्योराज, निगांनियावास,
मंगलवर 9 अप्रैल : काकोडिया, भूस्थल ठेठर, भूरथल जाट, सहारनवास, कान माजरा, रामपुरा, लाघुवास अहीर व खरसानकी,
बुधवार 10 अप्रैल को गोकलगढ, शेखपुर शिकारपुर, किशनगढ, बालावास जमापुर, तुर्कियावास व फदनी में खरीद होगी।
Rewari अब तक हुई इतनी खरीद: तीन मंडियों में हैफेड की ओर से शुक्रवार तक 358508 क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी है। इसमें रेवाड़ी अनाज मंडी में 146516 क्विंटल, कोसली में 167477 क्विंटल तथा बावल अनाज मंडी में 85352 क्विंटल सरसों की खरीद हुई है।
नहीं हो रहा उठान Mustard Government Procurement:
: तीनों अनाज मंडियों से अब तक 201409 क्विंटल सरसों का उठान किया जा चुका है, जबकि 157099 क्विंटल सरसों का उठान होना बाकी है। उठान धीरे होने से मंडी में सरसो का ढेर लगा हुआ हैं
चरखी दादरी के किसान परेशान: चरखी दादरी में सरसों की सरकारी खरीद के दौरान किसानों को अपने फसल बचने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ रहा है। अल सुबह से फसल कटाई बीच में छोड़कर अनाजमंडी में अपनी फसल लेकर पहुंचे किसानों को घंटों लाइनों में लगने के बाद भी उनकी सरसों की खरीद नहीं हो रही हैं
सरसों लेकर मंडी में पहुंचे किसानों का कहना है कि वे ऐसी मझधार के बीच फंसे हैं कि वे अपनी फसलों की कटाई करें या फिर फसल बचने के लिए मंडियों के चक्कर काटें। अब तक करीब 75 हजार क्विंटल सरसों की आवक हो चुकी है और 10 हजार क्विंटल सरसों की ही खरीद हो पाई है।
इन जिलो में हडताल Mustard Government Procurement:
जींद और उचाना की अनाज मंडियों में बुधवार को आढ़तियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले अनाज मंडी में प्रदर्शन किया और नारेबाजी कर मार्केट कमेटी सचिव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
बैठक में आढ़तियों ने हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल द्वारा उनकी मांगों के समर्थन में पांच दिवसीय हड़ताल का समर्थन किया और मंडी में दो घंटे की हड़ताल रख सरकार विरोधी प्रदर्शन कर धरना देने का फैसला लिया।
सिरसा में आढ़तियों का प्रदर्शन: सिरसा अनाज मंडी में आढ़तियों के धरने को समर्थन देने पहुंचे हरियाणा वयापार मंडल के प्रदेश अद्यक्ष बजरंगदास गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज प्रदेश का आढ़ती परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने गेहूं और धान पर आढ़त कम कर दी है। वहीं, दूसरी फसल जैसे नरमा (कपास) सरसों, मूंग की फसलों पर आढ़त बिल्कुल ही खत्म करती है जो सही नहीं है।
रोहतक में अनाज मंडी में कैसी है व्यवस्था Mustard Government Procurement:?
1 अप्रैल से प्रदेश भर की मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू हो गई है, लेकिन रोहतक अनाज मंडी में अभी तक एक भी दाना गेहूं का नहीं पहुंचा है।
हालांकि सरसों की खरीद 26 मार्च से शुरू हुई थी, लेकिन अब तक मात्र 200 क्विंटल ही सरसों की खरीद हो पाई है3mandi